हाइलाइट्स
- रुड़की सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, होटल में आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए युवक-युवतियां
- एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) और कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
- होटल श्रीनिवास में लंबे समय से चल रहा था रैकेट, ग्राहकों को दी जाती थीं विशेष सुविधाएं
- होटल प्रबंधक सहित 13 लोगों को हिरासत में लिया गया, युवतियों की पहचान की जा रही है
- पुलिस ने होटल की घेराबंदी कर की दबिश, कार्रवाई के बाद और नामों का होगा खुलासा
रुड़की – उत्तराखंड के रुड़की शहर से सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ रुड़की सेक्स रैकेट के खिलाफ एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) और कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मलकपुर चुंगी के समीप स्थित होटल श्रीनिवास में छापेमारी कर पुलिस ने आठ युवतियों और पाँच युवकों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में होटल का प्रबंधक भी शामिल है, जिस पर इस अवैध रैकेट को संचालित करने का आरोप है।
होटल में छिपा था सेक्स रैकेट का अड्डा
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि होटल श्रीनिवास में काफी समय से रुड़की सेक्स रैकेट संचालित किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की योजना बनाई। देर शाम, होटल की चारों ओर से घेराबंदी कर पुलिस ने छापेमारी की, जिसमें युवक और युवतियां आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए।
होटल के अलग-अलग कमरों में ठहरे हुए लोगों से पूछताछ करने पर कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ एक होटल तक सीमित मामला नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क भी सक्रिय हो सकता है।
ग्राहकों को मिलती थीं ‘विशेष सेवाएं’
पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि इस रुड़की सेक्स रैकेट के तहत ग्राहकों को कमरे के साथ युवतियां उपलब्ध करवाई जाती थीं। यही नहीं, विशेष मांग पर युवतियों को शहर से बाहर भी भेजा जाता था। होटल का प्रबंधक ग्राहकों से सीधे संपर्क में रहता था और युवतियों की बुकिंग की व्यवस्था भी वही करता था।
रैकेट का नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस ने सभी 13 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। युवतियों से भी यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वे इस रैकेट से कैसे जुड़ीं, और क्या वे किसी दबाव में थीं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह रुड़की सेक्स रैकेट अन्य शहरों तक फैला हुआ है और इसके पीछे कौन-कौन लोग हैं।
रुड़की के होटल में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 13 लोग हिरासत में !!
रुड़की में सेक्स रैकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कोतवाली पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) की संयुक्त टीम ने एक होटल में छापा मारकर आठ युवतियों और पांच युवकों को हिरासत में लिया है! गिरफ्तार किए गए… pic.twitter.com/rPQ0Kq9YUJ
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) August 2, 2025
लंबे समय से चल रहा था यह अनैतिक कारोबार
स्थानीय लोगों की मानें तो होटल श्रीनिवास में पिछले कई महीनों से संदिग्ध गतिविधियां देखी जा रही थीं। परंतु किसी ने पुलिस में शिकायत नहीं की। अब जब पुलिस ने कार्रवाई की है, तब जाकर लोगों को पता चला कि यहाँ रुड़की सेक्स रैकेट का संचालन हो रहा था। यह एक संगठित अपराध का हिस्सा प्रतीत हो रहा है, जिसमें नाबालिग युवतियों के शोषण की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
AHTU और कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक रुड़की ने मीडिया को जानकारी दी कि यह कार्रवाई कोतवाली पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की संयुक्त टीम द्वारा की गई थी। उन्होंने कहा, “हमें कुछ दिन पहले सूचना मिली थी कि होटल श्रीनिवास में अनैतिक गतिविधियां चल रही हैं। हमने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई और शनिवार देर शाम को छापा मारा गया।”
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
भारत में देह व्यापार अवैध है, खासकर जब वह संगठित रूप से होटल जैसे सार्वजनिक स्थलों पर संचालित किया जा रहा हो। रुड़की सेक्स रैकेट के इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 370, 372, 373 और अनैतिक देह व्यापार (रोकथाम) अधिनियम 1956 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
महिलाओं की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा, मानव तस्करी और देह व्यापार के खिलाफ कार्यवाही की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि इस रुड़की सेक्स रैकेट का समय रहते पर्दाफाश न होता, तो ना जाने कितनी युवतियां इस जाल में फंसतीं।
आगे क्या?
फिलहाल पुलिस की कार्रवाई जारी है। हिरासत में लिए गए लोगों की कॉल डिटेल्स और मोबाइल डेटा की गहन जांच की जा रही है। होटल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही अन्य लोगों की पहचान कर इस रुड़की सेक्स रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
यह भी हैरानी की बात है कि इतने लंबे समय तक होटल में अनैतिक गतिविधियां चलती रहीं और किसी भी स्थानीय अधिकारी को इसकी भनक नहीं लगी। क्या यह प्रशासन की नाकामी है या मिलीभगत? इस पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए।
रुड़की सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ न केवल पुलिस की सतर्कता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देह व्यापार के खिलाफ अब सख्ती से कदम उठाने का समय आ गया है। इस तरह के मामलों में समाज को भी जागरूक होकर आगे आना होगा और अनैतिक गतिविधियों की सूचना तुरंत प्रशासन को देनी चाहिए।