हाइलाइट्स
- इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में पहली बार सीमा-पार तनाव के कारण टूर्नामेंट निलंबित हुआ
- धर्मशाला में दिल्ली कैपिटल्स बनाम पंजाब किंग्स मैच को 10.1 ओवर के बाद रोका गया
- पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने खुलासा किया: “लाइट बंद होना सिर्फ तकनीकी खराबी नहीं थी”
- खिलाड़ियों और कमेंटेटर्स को मिली थी सुरक्षा चेतावनी, स्टेडियम को जल्द खाली कराया गया
- 10 दिन के बाद फिर शुरू हुई इंडियन प्रीमियर लीग, पहली बार आरसीबी ने खिताब जीता
सीमा-पार तनाव में घिरी इंडियन प्रीमियर लीग: 7 मई की रात का काला सन्नाटा
इंडियन प्रीमियर लीग का रोमांच, और उसमें आया ऐसा सन्नाटा जिसने सबको झकझोर दिया
इंडियन प्रीमियर लीग का 2025 संस्करण उस समय अचानक सुर्खियों में आ गया जब पाकिस्तान के साथ सीमा पर बढ़े तनाव के कारण इसे कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया गया। यह पहली बार था जब देश की सुरक्षा स्थिति ने इस बहुप्रतीक्षित टूर्नामेंट को प्रभावित किया।
7 मई की रात धर्मशाला में खेला जा रहा दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबला 10.1 ओवर तक ही चल सका। तभी मैदान की लाइट्स अचानक बंद हो गईं और दर्शकों को तुरंत बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इंडियन प्रीमियर लीग प्रबंधन ने खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए त्वरित निर्णय लिया।
“ड्रोन, मिसाइल और डर” – मैथ्यू हेडन की आपबीती
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने हाल ही में ‘ऑल ओवर बार द क्रिकेट’ पॉडकास्ट पर इस रात की भयावहता को साझा किया। हेडन उस समय कमेंट्री के लिए धर्मशाला जा रहे थे, लेकिन उन्हें दिल्ली होते हुए 12 घंटे की सड़क यात्रा करनी पड़ी।
हेडन ने कहा:
“जब मैं दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा, तो वो बंद था। हमें बताया गया कि पाकिस्तान ने भारत में घुसपैठ की है। आसमान में ड्रोन और मिसाइल देखना अविश्वसनीय और डरावना था।”
उनकी यह यात्रा किसी थ्रिलर फिल्म की पटकथा से कम नहीं थी। उन्होंने बताया कि कमेंटेटर्स को पहले से सूचना दे दी गई थी कि यदि लाइट्स बंद हों, तो वह तकनीकी खराबी नहीं बल्कि सुरक्षा अलर्ट होगा।
इमरजेंसी इवैक्यूएशन और मैदान में पसरा सन्नाटा
सुरक्षा प्रोटोकॉल का पहला संकेत: लाइट टावर का बंद होना
मैच शुरू होने से कुछ देर पहले ही कमेंटेटर्स को एक चेतावनी दी गई—”अगर लाइट टावर बंद हो जाएं, तो इमरजेंसी इवैक्यूएशन शुरू होगा।” हेडन ऑन-एयर मजाक कर ही रहे थे कि पहला लाइट टावर बंद हो गया। फिर दूसरा। फिर मैदान पर सुरक्षा कर्मी दौड़ पड़े।
हेडन बोले:
“मैंने माइक वहीं छोड़ दिया और हमें मैदान से बाहर ले जाया गया। ऐसा लगा जैसे मौत को छू लिया हो।”
खिलाड़ियों और उनके परिवारों पर पड़ा गहरा प्रभाव
इस पूरी घटना का मनोवैज्ञानिक प्रभाव सिर्फ दर्शकों या कमेंटेटर्स पर नहीं, बल्कि खिलाड़ियों और उनके परिवारों पर भी पड़ा। मिचेल स्टार्क, जो दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेल रहे थे, की पत्नी और ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की कप्तान एलिसा हीली ने भी अपनी चिंता व्यक्त की थी।
क्रिकेट अब सिर्फ खेल नहीं रहा, यह जीवन और सुरक्षा से भी जुड़ा है
इंडियन प्रीमियर लीग के इस संस्करण में यह स्पष्ट हो गया कि जब देश की सुरक्षा दांव पर हो, तो खेल भी रुक सकता है। लेकिन जिस तरह से आईपीएल प्रबंधन ने सुरक्षा, सूचना और संचालन को संभाला, वह सराहनीय था।
#BreakingNews | Blackout at Dharamshala Stadium: IPL teams have returned, spectators are being evacuated, and floodlights have been shut off#IPL #operation_sindoor #OperationSindoor #Pakistan #JammuKashmirAttack #JammuUnderAttack #JammuAndKashmir #Rajasthan #Bhuj #Srinagar pic.twitter.com/M0LvmkbGwZ
— DD News (@DDNewslive) May 8, 2025
आईपीएल—सर्वाइवर की कहानी
मैथ्यू हेडन ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग एक “महान सर्वाइवर” है। यह पहली बार नहीं है जब इस टूर्नामेंट को मुश्किलों का सामना करना पड़ा हो:
- 2009 में चुनाव के कारण दक्षिण अफ्रीका शिफ्ट
- 2020–21 में COVID के चलते यूएई में टूर्नामेंट
- और अब 2025 में सीमा पर तनाव के कारण 10 दिन का निलंबन
इंडियन प्रीमियर लीग ने हर बार खुद को साबित किया है।
आरसीबी की ऐतिहासिक जीत: टूर्नामेंट की वापसी और जश्न
17 मई को टूर्नामेंट दोबारा शुरू हुआ और 3 जून को फाइनल मुकाबला खेला गया। इस बार की सबसे बड़ी खबर रही आरसीबी की पहली ट्रॉफी जीत। पिछले 18 वर्षों से खिताब के लिए तरस रही इस टीम ने अंततः ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया।
इस जीत ने न केवल आरसीबी के फैंस को राहत दी, बल्कि यह साबित किया कि इंडियन प्रीमियर लीग किसी भी संकट के बाद पहले से ज्यादा ताकतवर होकर वापसी कर सकता है।
क्रिकेट की दुनिया में असामान्यता की लहर
इस घटना ने हमें याद दिलाया कि इंडियन प्रीमियर लीग सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि भारत की सामाजिक और राजनीतिक धड़कन का प्रतिबिंब भी है। यह मैदान के भीतर और बाहर दोनों जगह मुकाबलों से जूझता है, लेकिन अंततः यह आगे बढ़ता है—कभी रुके बिना।