हाइलाइट्स
- नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती: बंद बाथरूम में गैस गीजर के इस्तेमाल से जानलेवा हो सकती है कार्बन मोनोक्साइड गैस
- डॉक्टर रिचा तिवारी ने बताया 18 वर्षीय लड़की का चौंकाने वाला मामला
- कार्बन मोनोक्साइड गंधहीन और रंगहीन गैस होती है, जिसकी पहचान कर पाना मुश्किल
- बाथरूम में गीजर होने पर वेंटिलेशन और CO डिटेक्टर होना बेहद जरूरी
- लापरवाही बरती गई तो नहाना भी बन सकता है मौत की वजह
देश के बड़े हिस्सों में लोग आज भी गैस गीजर का इस्तेमाल गर्म पानी के लिए करते हैं। ठंड हो या गर्मी, सुबह की शुरुआत नहाने से होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती, वरना यह रूटीन आदत आपकी जान भी ले सकती है? एक हालिया मामला सामने आया है जिसमें नहाने के दौरान एक लड़की बेसुध हो गई और वजह जानकर हर कोई चौंक गया। इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस मामले ने बाथरूम से जुड़ी एक बहुत बड़ी सच्चाई को उजागर किया है।
जब नहाने गया इंसान, और लौट कर अस्पताल पहुंचा
डॉक्टर रिचा तिवारी की सोशल मीडिया पोस्ट से हुआ खुलासा
फेमस एमबीबीएस डॉक्टर रिचा तिवारी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके पास हाल ही में एक 18 वर्षीय लड़की को बेहोशी की हालत में लाया गया। उसकी मां ने बताया कि वह बाथरूम में नहा रही थी, और काफी देर हो जाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो उसे तोड़ा गया। अंदर लड़की ज़मीन पर बेसुध पड़ी थी।
अस्पताल पहुंचाने पर उसके बीपी और हार्टरेट बिल्कुल सामान्य थे, लेकिन ब्लड रिपोर्ट में एक चौंकाने वाली बात सामने आई — कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत अधिक थी। इसका मतलब यह था कि शरीर में कार्बन मोनोक्साइड की मौजूदगी जानलेवा स्तर तक पहुँच गई थी।
गैस गीजर: सहूलियत या मौत का रास्ता?
क्या होती है कार्बन मोनोक्साइड?
कार्बन मोनोक्साइड (CO) एक रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन गैस होती है, जिसकी पहचान बिना डिटेक्टर के करना असंभव है। जब गैस गीजर जलता है और बाथरूम पूरी तरह से बंद होता है, तो ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है और धीरे-धीरे यह गैस शरीर में घुसकर व्यक्ति को बेहोश कर देती है।
डॉक्टर रिचा कहती हैं, “नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती, खासकर तब जब बाथरूम में गैस गीजर लगा हो और वेंटिलेशन न हो।” यह चूक किसी की जान भी ले सकती है।
नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती: बचाव के जरूरी उपाय
1. बाथरूम में वेंटिलेशन जरूरी है
अगर आपके बाथरूम में गैस गीजर है, तो वहां एग्जॉस्ट फैन, खिड़की या किसी प्रकार का वेंटिलेशन सिस्टम जरूर होना चाहिए। यह गैस के बहाव को बाहर निकालने में मदद करता है।
2. बंद बाथरूम में गैस गीजर लगवाना खतरे की घंटी है
नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती कि आप गैस गीजर और शॉवर को एक ही जगह फिट करा दें। कोशिश करें कि गीजर बाथरूम के बाहर फिट हो या बाथरूम में रहते हुए उस पर नियंत्रण न करना पड़े।
3. CO डिटेक्टर लगवाना है आज की जरूरत
बाजार में ऐसे गैजेट्स उपलब्ध हैं जो कार्बन मोनोक्साइड के स्तर को मापते हैं और खतरा बढ़ते ही अलार्म बजाते हैं। ऐसे डिवाइस हर बाथरूम में होने चाहिए, खासकर जहां गैस गीजर है।
4. लंबे समय तक न नहाएं
बंद बाथरूम में ज्यादा समय बिताना जानलेवा साबित हो सकता है। डॉक्टर सलाह देती हैं कि स्नान का समय 10-15 मिनट तक ही सीमित रखा जाए। इससे ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
लापरवाही से हर साल जाती हैं कई जानें
जागरूकता की भारी कमी
भारत में अभी भी बहुत से लोग नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती जैसे मूल नियमों से अनजान हैं। डॉक्टर रिचा बताती हैं कि हर साल सैकड़ों केस ऐसे आते हैं जहां गैस गीजर की वजह से लोग बेहोश होकर गिरते हैं या उनकी मौत हो जाती है। यह लापरवाही घर के सदस्यों को भारी पड़ सकती है।
सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी भी जरूरी
नियमों की सख्ती होनी चाहिए
हालांकि कुछ शहरों में बाथरूम में गैस गीजर लगाने पर प्रतिबंध है, लेकिन यह नियम कई जगह लागू नहीं हो पाता। सरकार को चाहिए कि वह इस मुद्दे पर सख्ती बरते और लोगों को इसके खतरे से अवगत कराए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
गैस सेफ्टी एक्सपर्ट की राय
गैस सेफ्टी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि घरों में गैस उपकरणों का सुरक्षित इस्तेमाल बहुत जरूरी है। उनका कहना है कि, “नहाते वक्त न करें ये बड़ी गलती, खासकर जब बाथरूम छोटा हो और उसमें कोई वेंटिलेशन न हो। CO गैस का असर धीमे-धीमे होता है लेकिन इसका अंजाम जानलेवा होता है।”
सावधानी ही बचाव है
खुद भी जागरूक बनें, औरों को भी करें सतर्क
यह जरूरी है कि हम अपने घरों में गैस गीजर के इस्तेमाल को लेकर सतर्क रहें और बच्चों, बुजुर्गों को विशेष रूप से इस खतरे से बचाएं। इस खबर को पढ़ने के बाद अगर आप अपने घर में गैस गीजर का इस्तेमाल करते हैं, तो तुरंत जांच करें कि क्या आपकी सेटिंग सुरक्षित है।