CCTV में क़ैद हुआ वो 90 सेकंड जब मासूमियत को रौंदने वाला राक्षस आया बेहद क़रीब… खारा रोड की गली में जो हुआ वो रूह कांपाने वाला है!

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हाइलाइट्स

  • मासूम नाबालिग बच्ची के साथ दरिंदगी की कोशिश का वीडियो CCTV में हुआ कैद
  • खारा रोड, शाह इनायत कॉलोनी का बताया जा रहा है घटनास्थल, इलाके में सनसनी
  • आरोपी ने बच्ची को अकेला पाकर सुनसान गली में की क्रूर हरकत
  • समय रहते पहुंचे स्थानीय लोग, मासूम नाबालिग बच्ची की जान और इज़्ज़त बची
  • सोशल मीडिया पर उठी मांग – “इनके जैसे राक्षसों के साथ क्या होना चाहिए?”

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की एक तंग और संकरी गली से आई यह घटना फिर से मानवता को कटघरे में खड़ा करती है। खारा रोड स्थित शाह इनायत कॉलोनी की CCTV फुटेज में जो सामने आया, उसने देशभर को झकझोर दिया है। एक मासूम नाबालिग बच्ची के साथ एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति द्वारा की गई दरिंदगी की कोशिश इस बात की गवाही है कि हैवानियत अब सड़कों पर खुलेआम घूम रही है।

पूरा मामला: CCTV में कैद हुआ 90 सेकंड का डरावना दृश्य

खारा रोड की एक संकरी गली में लगे CCTV कैमरे में दर्ज हुई इस घटना में देखा गया कि एक मासूम नाबालिग बच्ची अकेली गली में खड़ी है। तभी एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति उसके पास आता है और धीरे-धीरे उससे बात करता है। कैमरे में दिखता है कि वह उसे बहलाने की कोशिश करता है, फिर अचानक उसे पकड़कर गली की ओर खींच ले जाता है।

बच्ची डर से चीखने लगती है और तभी पास की एक दुकान से कुछ लोग भागते हुए आते हैं। आरोपी बच्ची को छोड़कर भाग खड़ा होता है। मासूम नाबालिग बच्ची सदमे में है लेकिन सुरक्षित बच जाती है।

स्थानीय लोगों का बयान: “अगर नहीं पहुंचते समय पर…”

एक चश्मदीद मोहम्मद यासिर ने बताया, “हम दुकान पर बैठे थे तभी बच्ची की चीख सुनाई दी। CCTV स्क्रीन पर देखा तो समझ गए कुछ गलत हो रहा है। दौड़कर गए और देखा कि एक आदमी बच्ची को पकड़कर खींच रहा है।”

स्थानीय लोगों की तत्परता और जागरूकता के कारण मासूम नाबालिग बच्ची की अस्मिता बच गई, लेकिन सवाल यह है कि कब तक?

इनके जैसे राक्षसों के साथ क्या होना चाहिए? जनता पूछ रही है सवाल

घटना के बाद सोशल मीडिया पर आक्रोश की लहर दौड़ गई है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #JusticeForMinor, #PublicHanging, #ChildSafety जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग खुलकर पूछ रहे हैं – “इनके जैसे राक्षसों के साथ क्या होना चाहिए?”

लोगों का कहना है कि ऐसे दरिंदों को कोर्ट-कचहरी नहीं, सीधे चौराहे पर लटका देना चाहिए ताकि अगला कोई ऐसी हिम्मत न कर सके।

पुलिस की प्रतिक्रिया: आरोपी की पहचान जारी, जल्द होगी गिरफ़्तारी

स्थानीय थाना प्रभारी के अनुसार, CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक यह पुष्टि हुई है कि वह क्षेत्र का ही एक पुराना अपराधी है, जो पहले भी बच्चों के साथ छेड़छाड़ के मामलों में पकड़ा जा चुका है।

FIR दर्ज हो चुकी है और पुलिस की टीमें आरोपी की तलाश में जुटी हैं।

मनोवैज्ञानिकों की राय: बच्ची को तत्काल काउंसलिंग की ज़रूरत

बाल मनोचिकित्सक डॉ. समीना शाह का कहना है, “ऐसी घटनाएं मासूम नाबालिग बच्ची के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालती हैं। बच्ची को सदमे से बाहर निकालने के लिए काउंसलिंग जरूरी है और उसके परिवार को भी संवेदनशील सहयोग की आवश्यकता है।”

क्या है समाज की ज़िम्मेदारी?

आज जब मासूम नाबालिग बच्ची के साथ इस प्रकार की घटनाएं सामान्य होती जा रही हैं, तब केवल सरकार या पुलिस पर निर्भर रहना समाधान नहीं है।

1. सामाजिक निगरानी:

हर गली, मोहल्ले में CCTV लगाने और समुदाय को सतर्क रखने की पहल होनी चाहिए।

2. बच्चों को आत्म-सुरक्षा सिखाना:

‘गुड टच-बैड टच’ जैसी जानकारी स्कूलों और घरों में अनिवार्य रूप से दी जानी चाहिए।

3. संवेदनशील रिपोर्टिंग:

ऐसी घटनाओं को छुपाने के बजाय खुलकर रिपोर्ट करना जरूरी है ताकि अपराधियों को सज़ा मिल सके।

राजनीतिक चुप्पी पर भी उठ रहे सवाल

इतनी भयावह घटना के बावजूद स्थानीय नेताओं और अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लोगों में नाराज़गी है कि मासूम नाबालिग बच्ची की इज़्ज़त के मुद्दे पर भी राजनीतिक वर्ग चुप्पी साधे बैठा है।

 यह सिर्फ एक बच्ची नहीं, पूरे समाज पर हमला है

यह घटना हमें बताती है कि हैवानियत अब घर के दरवाजे तक आ चुकी है। मासूम नाबालिग बच्ची की चीखें आज हर माता-पिता, हर इंसान को झकझोरने के लिए काफी हैं। यह वक्त है जब सरकार, समाज और प्रशासन को मिलकर ऐसा कानून और व्यवस्था बनानी होगी जिससे कोई अपराधी दोबारा ऐसी हिम्मत न कर सके।

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