हाइलाइट्स
- उन्नाव छात्रा ने साहस दिखाते हुए छेड़छाड़ करने वाले युवक को सरेआम थप्पड़ जड़कर दिया करारा जवाब
- आरोपी युवक को पीड़िता की शिकायत पर अब उन्नाव पुलिस के हवाले किया गया
- प्रतिदिन स्कूल आते-जाते पीछा करता था युवक, कई बार अभद्रता भी की
- सड़क पर बेटी के साहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, लोग कह रहे हैं – “यही हैं असली वीरांगना”
- स्थानीय लोगों की माँग – उन्नाव छात्रा को मिले सरकारी पुरस्कार और महिला सुरक्षा ब्रांड एंबेसडर का दर्जा
घटनास्थल: उन्नाव का गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र
उत्तर प्रदेश के उन्नाव छात्रा से जुड़ा एक साहसिक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। यह वीडियो गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र का है, जहाँ एक स्कूली छात्रा ने सरेआम एक शोहदे को थप्पड़ मारा और उसे जमकर फटकार लगाई।
प्रतिदिन स्कूल जाते समय उस छात्रा को युवक द्वारा पीछा किया जाता था। पहले उसने नजरअंदाज किया, लेकिन जब बात हद से पार हुई, तो छात्रा ने बीच सड़क पर ही हिम्मत दिखाकर उसे रोक लिया और सार्वजनिक रूप से उसकी करतूत का हिसाब लिया।
वायरल वीडियो: थप्पड़, गालियाँ और साहस का प्रतीक
घटना का वीडियो किसी राहगीर ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उन्नाव छात्रा ने न सिर्फ युवक को थप्पड़ मारे, बल्कि उसे गालियाँ देकर जमकर लताड़ा।
लोगों की भीड़ ने किया समर्थन
वीडियो में लोग तालियाँ बजाते और उस बहादुर लड़की की तारीफ करते दिख रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि छात्रा को पहले से ही परेशान किया जा रहा था, लेकिन इस बार उसने चुप रहने के बजाय मुकाबला करना चुना।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान सुमित (काल्पनिक नाम) के रूप में हुई है, जो उसी क्षेत्र में रहता है। उन्नाव छात्रा की शिकायत और वायरल वीडियो के आधार पर IPC की धारा 354 (छेड़छाड़), 509 (महिला की गरिमा भंग करना) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
एक सामान्य लड़की से ‘वीरांगना’ बनने का सफर
यह छात्रा कोई सेलिब्रिटी नहीं, बल्कि उन्नाव छात्रा के रूप में पढ़ाई करने वाली एक सामान्य किशोरी है। मगर उसने जो साहस दिखाया, वह असाधारण था।
पुलिस की पहली प्रतिक्रिया
उन्नाव पुलिस ने ट्विटर पर लिखा:
“गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में छात्रा द्वारा एक युवक के खिलाफ शिकायत की गई है। आवश्यक विधिक कार्यवाही कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।”
महिला हेल्पलाइन के लिए प्रेरणा बनी बेटी
महिला सुरक्षा हेल्पलाइन 1090 के अनुसार, इस वीडियो ने यह दिखा दिया कि लड़कियाँ अब चुप नहीं बैठतीं। उन्नाव छात्रा जैसी बेटियाँ अन्य पीड़ितों को भी आगे आने की प्रेरणा देंगी।
उन्नाव की वीरांगना छात्रा ने शोहदे को सिखाया सबक.!😊
थप्पड़ और गलियों से नवाजा,अब पुलिस करेगी खातिरदारी,प्रतिदिन छेड़छाड़ से पीड़ित थी छात्रा हिम्मत कर बीच सड़क सिखा दिया सबक.
इस बेटी को इसकी बहादुरी के लिए इनाम और सम्मान दोनों मिलना चाहि.
उन्नाव,गंगाघट कोतवाली📍@unnaopolice pic.twitter.com/63KoxBBZFI
— RajKumar Kabir (@rajkumarkabir14) July 20, 2025
समाज की प्रतिक्रिया: ‘इस बेटी को सलाम!’
घटना के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। #UnnaoBraveGirl, #BetiKaBadla जैसे हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं।
नेताओं और अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं
- उन्नाव सांसद ने ट्वीट कर कहा – “इस बेटी की बहादुरी को सलाम करता हूँ। शासन से आग्रह है कि इसे सम्मानित किया जाए।”
- जिलाधिकारी उन्नाव ने छात्रा को DM ऑफिस बुलाकर शाबाशी दी और महिला सुरक्षा विभाग से प्रशंसा प्रमाणपत्र देने की अनुशंसा की।
स्थानीय विद्यालय ने की छात्रा की सराहना
विद्यालय की प्रधानाचार्य ने कहा, “हमारी उन्नाव छात्रा ने जो साहस दिखाया, वह हमारे स्कूल के लिए गर्व की बात है। अन्य छात्राओं के लिए यह एक सीख है कि डरना नहीं है, बोलना है।”
महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
हालाँकि छात्रा ने साहस दिखाया, लेकिन यह घटना कई सवाल भी खड़े करती है:
- क्या पुलिस पहले शिकायत पर भी गंभीर होती तो यह नौबत आती?
- क्या सार्वजनिक स्थानों पर महिला सुरक्षा की गारंटी है?
- क्या हर बेटी के पास वीडियो वायरल करने का साहस होता है?
सरकार और प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत
विशेषज्ञों का मानना है कि उन्नाव छात्रा जैसी घटनाएँ चेतावनी हैं कि महिला सुरक्षा अब सिर्फ योजना नहीं, ज़मीनी सच्चाई बननी चाहिए।
हर बेटी में है दुर्गा का रूप
उन्नाव छात्रा ने जो किया, वह सिर्फ अपने लिए नहीं, समाज की हर उस लड़की के लिए मिसाल है जो चुप रहती है। यह घटना साबित करती है कि चुप्पी अब विकल्प नहीं है, प्रतिकार ही शक्ति है।
सरकार को चाहिए कि ऐसे साहसी कदमों को सम्मान देकर बाकी लड़कियों को प्रेरणा दे। यदि हर लड़की में इतनी ही हिम्मत और प्रशासन में उतनी ही तत्परता हो, तो सुरक्षित भारत सिर्फ सपना नहीं, हकीकत बन सकता है।