हाइलाइट्स
- “UAP Railway Project” पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान ने काबुल में समझौता किया।
- यह रेल लिंक खारलाची से नैबाबाद तक जाएगा, जिससे क्षेत्रीय व्यापार को मिलेगा नया आयाम।
- तीनों देशों ने संयुक्त फिजिबिलिटी स्टडी पर सहमति जताई, जिससे परियोजना को गति मिलेगी।
- उज्बेकिस्तान के सिल्क रूट से जुड़ाव इस परियोजना को वैश्विक महत्व देता है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि “UAP Railway Project” से क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
क्या है “UAP Railway Project”?
परियोजना की परिभाषा
“UAP Railway Project” यानी Uzbekistan-Afghanistan-Pakistan रेलवे परियोजना एक त्रिपक्षीय पहल है, जिसका उद्देश्य तीन देशों को रेल मार्ग से जोड़ना है। यह परियोजना उज्बेकिस्तान के तरमिज से शुरू होकर अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ और लोगार होते हुए पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा स्थित खारलाची बॉर्डर तक पहुंचेगी।
प्रस्तावित रूट
- उज्बेकिस्तान: तरमिज, नैबाबाद
- अफगानिस्तान: मजार-ए-शरीफ, लोगार, काबुल
- पाकिस्तान: खारलाची बॉर्डर, खैबर पख्तूनख्वा
काबुल में हुई त्रिपक्षीय बैठक
उच्च स्तरीय भागीदारी
काबुल में हुई इस ऐतिहासिक बैठक में पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार, अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बाक्तियोर सईदोव शामिल हुए।
समझौते की शर्तें
तीनों देशों ने “UAP Railway Project” के लिए संयुक्त फिजिबिलिटी स्टडी पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता परियोजना के तकनीकी, आर्थिक और पर्यावरणीय पहलुओं की जांच के लिए आधार तैयार करेगा।
आर्थिक और रणनीतिक महत्व
व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
“UAP Railway Project” से मध्य एशिया के देशों को पाकिस्तान के बंदरगाहों तक सीधी पहुंच मिलेगी। इससे व्यापार की लागत और समय दोनों में कमी आएगी।
क्षेत्रीय स्थिरता
यह परियोजना न केवल आर्थिक बल्कि राजनीतिक स्थिरता को भी बढ़ावा देगी। तीनों देशों ने इसे क्षेत्रीय विकास और सहयोग का प्रतीक बताया है।
सिल्क रूट से जुड़ाव
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
उज्बेकिस्तान सिल्क रूट पर स्थित है, जो प्राचीन काल में चीन को मध्य एशिया और यूरोप से जोड़ता था। “UAP Railway Project” इस ऐतिहासिक मार्ग को आधुनिक रूप देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
वैश्विक बाजारों तक पहुंच
इस परियोजना से पाकिस्तान के बंदरगाहों के माध्यम से उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान को वैश्विक बाजारों तक पहुंच मिलेगी, जिससे निर्यात और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
सुरक्षा और राजनीतिक पहलू
तालिबान की भागीदारी
अफगानिस्तान में तालिबान शासन के तहत यह पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय परियोजना है। इससे तालिबान की वैश्विक स्वीकार्यता और क्षेत्रीय सहयोग की दिशा में एक संकेत माना जा रहा है।
सुरक्षा चिंताएं
हालांकि अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अभी भी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन तीनों देशों ने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए सहयोग और सतत संवाद पर जोर दिया है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
इशाक डार का बयान
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने कहा:
“मैं पाकिस्तान, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान के लोगों को बधाई देता हूं। यह समझौता क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।”
बाक्तियोर सईदोव का दृष्टिकोण
उज्बेक विदेश मंत्री ने कहा कि यह परियोजना कृषि, फार्मास्युटिकल, वस्त्र और निर्माण क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाएगी।
क्या “UAP Railway Project” बदल सकता है क्षेत्र का भविष्य?
“UAP Railway Project” केवल एक रेल लिंक नहीं, बल्कि दक्षिण और मध्य एशिया को जोड़ने वाली एक रणनीतिक पहल है। यह परियोजना व्यापार, सुरक्षा, सांस्कृतिक जुड़ाव और राजनीतिक स्थिरता को एक साथ जोड़ती है। यदि यह योजना सफल होती है, तो यह पूरे क्षेत्र के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।