हाइलाइट्स
- इंदौर में किन्नरों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने और ‘HIV Injection Scandal’ का आरोप
- करीब 60 से अधिक किन्नरों को कथित रूप से एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन दिए जाने की खबर
- कुछ पीड़ितों ने डर के कारण धर्म परिवर्तन कर लिया, कुछ ने की आत्महत्या की कोशिश
- समाजसेविका सपना गुरु ने पूरे मामले का पर्दाफाश कर प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
- CJI और PMO को वकील सचिन सोनकर ने भेजा ज्ञापन, SIT कर रही जांच
इंदौर में ‘HIV Injection Scandal’ का खुलासा: क्या है मामला?
इंदौर शहर इन दिनों एक गंभीर और भयावह आरोपों की चपेट में है जिसे ‘HIV Injection Scandal’ कहा जा रहा है। इस कथित घोटाले में आरोप है कि किन्नर समुदाय की कुछ सदस्यों को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया गया, और जो नहीं माने, उन्हें HIV संक्रमित इंजेक्शन देकर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
समाजसेविका सपना गुरु ने यह आरोप लगाया कि तकरीबन 60 किन्नर ऐसे हैं जिन्हें संक्रमित किया गया। इस पूरे मामले ने मानवाधिकार संगठनों और स्थानीय प्रशासन को भी हिला दिया है।
पीड़ितों के बयान: डर, दबाव और चुप्पी
कुछ पीड़ितों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें पहले दोस्ती के बहाने पास लाया गया, फिर धार्मिक किताबें दी गईं और इस्लाम कबूलने के लिए कहा गया। इंकार करने पर धमकी मिली, और एक रात इंजेक्शन दिया गया, जिसके बाद धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
एक पीड़िता ने बताया,
“हमें कहा गया कि अगर तुम इस्लाम नहीं अपनाओगी तो तुम्हें बीमार करके मरने के लिए छोड़ दिया जाएगा।”
इस प्रकार का ‘HIV Injection Scandal’ ना सिर्फ मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह एक सामूहिक स्वास्थ्य संकट भी बनता जा रहा है।
कानूनी पहलू: वकील सचिन सोनकर की सक्रियता
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए समाजसेवी और अधिवक्ता सचिन सोनकर ने इस विषय पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), मुख्य न्यायाधीश (CJI) और मध्यप्रदेश पुलिस को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने मांग की है कि इस ‘HIV Injection Scandal’ की विशेष जांच दल (SIT) द्वारा निष्पक्ष जांच हो और पीड़ितों को तत्काल न्याय मिले।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने प्रारंभिक स्तर पर कुछ पीड़ितों की HIV टेस्टिंग करवाई है, जिसमें कुछ मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि यह सच साबित होता है तो यह देश में पहला सामूहिक HIV संक्रमण घोटाला होगा, जिसे ‘HIV Injection Scandal’ के नाम से जाना जाएगा।
Naim Ansari and Seema Haji coerced Hindu kinnars to convert to Islam in Indore, injecting 60 with HIV for resisting.
Sapna Guru exposed this betrayal after many fled. Some succumbed to pressure, joining the accused after converting to Islam.
Advocate Sachin Sonkar alerted the… pic.twitter.com/vujQ891F3Y
— Treeni (@TheTreeni) July 16, 2025
सपना गुरु: साहस की प्रतीक बनीं
इस पूरे मामले को उजागर करने वाली सपना गुरु खुद भी किन्नर समुदाय की सदस्य हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा:
“हमारा समुदाय वर्षों से सामाजिक भेदभाव सह रहा है, लेकिन अब हमारे शरीर को ही नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। मैं इस ‘HIV Injection Scandal’ की आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ूंगी।”
SIT जांच और प्रशासनिक कार्रवाई
इंदौर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है जो इस पूरे प्रकरण की तह तक जाएगी। पुलिस आयुक्त ने प्रेस को बताया कि:
“हम हर दृष्टिकोण से इस ‘HIV Injection Scandal’ की जांच कर रहे हैं, चाहे वह धार्मिक, मेडिकल या साइकोलॉजिकल एंगल हो। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।”
धर्म परिवर्तन और सामाजिक तानाबाना
इस पूरे मामले में धर्म परिवर्तन की आड़ में जो आरोप लगाए गए हैं, वह देश के धार्मिक सौहार्द और संवैधानिक मूल्यों पर भी प्रश्न खड़े करते हैं। यदि किन्नर समुदाय को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूर किया गया, तो यह संविधान की अनुच्छेद 25 (धर्म की स्वतंत्रता) का उल्लंघन होगा।
‘HIV Injection Scandal’ के संभावित खतरे
- समाज में HIV के फैलाव को लेकर डर बढ़ा है
- समुदाय विशेष को बदनाम करने की आशंका, जिससे सांप्रदायिक तनाव भी भड़क सकता है
- अगर आरोप सही हैं, तो यह बायोलॉजिकल टेररिज्म की श्रेणी में आ सकता है
समाधान और समाज की भूमिका
- पीड़ितों को तत्काल मेडिकल सहायता और परामर्श देना जरूरी
- इस ‘HIV Injection Scandal’ की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच होना अनिवार्य
- धर्म के नाम पर किसी भी प्रकार की हिंसा या शोषण को कठोरतम सजा दी जानी चाहिए
- समाज को किन्नर समुदाय के साथ खड़ा होना चाहिए
इंदौर का यह मामला केवल एक शहर या समुदाय की बात नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय चेतावनी है कि यदि सामाजिक और संवैधानिक मूल्यों की अनदेखी की गई, तो परिणाम भयावह हो सकते हैं। ‘HIV Injection Scandal’ न सिर्फ मानवाधिकारों की अवहेलना है, बल्कि यह समाज के कमजोर तबकों के प्रति हमारे रवैये को भी उजागर करता है।
अब वक्त आ गया है कि हम सच्चाई, न्याय और करुणा के साथ इस मामले को देखें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसा कोई घोटाला दोबारा न हो।