हाइलाइट्स
- Bangladeshi Muslims पर इटली के मिलान में ब्रिटिश छात्रा से गैंगरेप का आरोप
- पियाज़ा डेल दुओमो के पास नए साल की रात हुई घटना
- पीड़िता ने खुद मीडिया में बयां की अपनी आपबीती
- पुलिस पर शुरुआती अनदेखी का आरोप, जांच में देरी
- घटना के बाद यूरोप में अवैध प्रवासियों को लेकर फिर उठा विवाद
पीड़िता की दर्दनाक आपबीती: “40 मर्द मेरे कपड़े उतार रहे थे”
इटली के मशहूर शहर मिलान में नए साल की रात वहशीपन की हदें पार कर दी गईं। एक ब्रिटिश छात्रा ने आरोप लगाया है कि Bangladeshi Muslims के एक समूह ने पियाज़ा डेल दुओमो के पास भीड़ का फायदा उठाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता का कहना है कि वह अपने दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाने वहां गई थी, लेकिन भीड़ में कुछ अजनबी पुरुषों ने उसे घेर लिया और बाद में उसे अकेले ले जाकर गैंगरेप किया।
भीड़ में से खींचकर किया गया हमला
शुरुआत छेड़छाड़ से हुई, फिर बढ़ता गया आतंक
पीड़िता ने बताया कि सबसे पहले कुछ पुरुषों ने उसे गलत तरीके से छूना शुरू किया। पहले तो उसने इसे हल्के में लिया, लेकिन जब हाथ खींचे जाने लगे और कपड़े खींचने की कोशिश की गई, तब उसे खतरे का अहसास हुआ। भीड़ में से उसे उसके दोस्तों से अलग कर दिया गया और एक सुनसान इलाके में ले जाया गया।
“मैंने खुद को छुड़ाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो लोग दरिंदे थे”
छात्रा ने कहा कि उसने जितनी कोशिश की खुद को बचाने की, वे लोग उतने ही वहशियाना बनते गए। “उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ डाले, मेरे शरीर को नोचा और हंसते हुए मेरा शोषण करने लगे। मैं मदद के लिए चिल्ला रही थी, लेकिन उनकी आवाजें और हंसी मेरे दर्द को डुबो रही थीं।”
Bangladeshi Muslims पर लगा आरोप, लेकिन पुलिस ने शुरुआत में किया इनकार
पुलिस ने पहले नहीं किया यकीन
जब पीड़िता जैसे-तैसे अपने दोस्तों के पास पहुंची, उसने पुलिस को इस भयावह घटना की जानकारी दी। लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। यह तब तक जारी रहा जब तक पीड़िता के शरीर पर गहरे ज़ख्म और खून के निशान सामने नहीं आए।
जांच में हुआ खुलासा – आरोपी Bangladeshi Muslims
पुलिस जब मामले की गहराई से जांच में उतरी, तब सामने आया कि संदिग्ध युवक बांग्लादेशी मूल के हैं। इन सभी पर अवैध प्रवास, झुंड में हमला और सामूहिक बलात्कार जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें से कुछ की पहचान हो चुकी है और वीडियो फुटेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं।
यूरोप में फिर छिड़ी बहस – क्या Bangladeshi Muslims अवैध प्रवासी खतरा हैं?
सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश
इस घटना ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #JusticeForBritishGirl और #StopIllegalMigrants जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्यों यूरोपीय देशों में Bangladeshi Muslims जैसे अवैध प्रवासियों को खुली छूट दी जाती है।
इटली की सरकार पर दबाव
विपक्षी दलों और नागरिक समाज के कार्यकर्ताओं ने इटली की सरकार से मांग की है कि ऐसे अपराधियों को तत्काल देश से निकाला जाए और अवैध प्रवासियों पर कठोर कानून लागू किया जाए। मिलान के मेयर ने भी इस घटना को “शर्मनाक” बताते हुए तेज कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पीड़िता की बहादुरी – खुद मीडिया के सामने आई
“मैं किसी और लड़की के साथ ऐसा न होने दूं, इसलिए चुप नहीं रहूंगी”
ब्रिटिश छात्रा ने मीडिया को बताया कि वह इसलिए सामने आई है क्योंकि वह चाहती है कि कोई और लड़की ऐसा दर्द न झेले। “मैं अगर चुप रह जाती, तो वे जीत जाते,” उसने कहा।
क्या यूरोप के लिए चेतावनी है यह घटना?
इस घटना ने यूरोप के सामने एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है—क्या खुली सीमाओं की नीति अब खतरा बनती जा रही है? Bangladeshi Muslims और अन्य अवैध प्रवासियों पर बढ़ते अपराधों को लेकर चिंताएं गहराती जा रही हैं।
अपराधियों को सज़ा और सिस्टम को सुधारने की ज़रूरत
यह घटना सिर्फ एक लड़की के साथ नहीं घटी, यह यूरोपीय समाज की उस लापरवाही का नतीजा है जो अवैध प्रवासियों की उपस्थिति को नज़रअंदाज़ करती है। यह ज़रूरी है कि Bangladeshi Muslims से जुड़े इस गैंगरेप मामले में निष्पक्ष जांच हो, अपराधियों को सज़ा मिले और सिस्टम को मजबूत किया जाए।