पेट्रोल डालकर खुद को जलाने जा रही थी महिला, तभी एक पत्रकार ने दौड़कर कर दिया कुछ ऐसा कि रुक गई मौत!

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 हाइलाइट्स

  • Farrukhabad News: कलेक्ट्रेट में महिला ने आत्मदाह की कोशिश की, पत्रकार राजीव कुमार ने बचाई जान
  • घटनास्थल पर मची अफरातफरी, लोगों में फैली दहशत
  • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो, जनता कर रही पत्रकार की सराहना
  • महिला ने पेट्रोल डालकर खुद को जलाने की कोशिश की, वजहों पर पुलिस कर रही पूछताछ
  • पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर शुरू की कानूनी कार्रवाई

फर्रुखाबाद कलेक्ट्रेट में आत्मदाह की कोशिश: पत्रकार की बहादुरी ने बचाई जान

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद ज़िले में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया जब कलेक्ट्रेट परिसर में एक महिला ने आत्मदाह करने की कोशिश की। इस दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना को उस समय टाल दिया गया, जब वहां मौजूद पत्रकार राजीव कुमार ने मानवीय साहस दिखाते हुए महिला की जान बचा ली। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर हर कोई पत्रकार की तारीफ कर रहा है।

 महिला ने पेट्रोल डालकर खुद को लगाई आग लगाने की कोशिश

घटना फर्रुखाबाद कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के पास की है, जहां एक अधेड़ महिला अचानक वहां पहुंची और अपनी थैली से पेट्रोल की बोतल निकालकर खुद पर उड़ेलने लगी। वहां मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते, महिला ने माचिस निकाल ली और आग लगाने ही वाली थी। उसी समय पत्रकार राजीव कुमार ने बिना देर किए दौड़कर महिला से माचिस छीनी और उसे वहां से हटाया। यदि एक सेकंड की भी देरी होती तो एक बड़ी Farrukhabad News की दर्दनाक घटना सामने आ सकती थी।

 पत्रकार की सजगता बनी महिला के जीवन की ढाल

राजीव कुमार, जो कि एक स्थानीय न्यूज़ पोर्टल के पत्रकार हैं, मौके पर किसी अन्य कवरेज के लिए पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि “महिला काफी तनाव में थी और बार-बार कह रही थी कि उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।” राजीव ने बिना किसी डर के तुरंत हरकत में आते हुए महिला को काबू में किया। उन्होंने महिला को संयमित करने की कोशिश की और पुलिस को बुलाया।

Farrukhabad News से जुड़ी यह घटना अब एक मिसाल बन गई है कि कैसे पत्रकारिता सिर्फ खबरों तक सीमित नहीं बल्कि मानवीय जिम्मेदारियों का भी हिस्सा है।

 पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया, जांच शुरू

घटना के कुछ मिनटों बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि महिला का किसी सरकारी योजना को लेकर अधिकारियों से विवाद था और वह कई बार आवेदन करने के बाद भी निराश होकर आत्मदाह जैसा कदम उठाने पहुंची थी।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला को समझा-बुझाकर महिला थाने भेज दिया गया है और उसकी मानसिक स्थिति का भी मूल्यांकन कराया जा रहा है।

 सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

इस घटना का वीडियो वहां मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे महिला पेट्रोल डालती है और एक क्षण में पत्रकार दौड़कर उसे रोक लेते हैं। लोग इस बहादुरी की भरपूर सराहना कर रहे हैं और पत्रकार राजीव कुमार को ‘रियल हीरो’ कहकर संबोधित कर रहे हैं।

ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर #FarrukhabadNews ट्रेंड कर रहा है, और पत्रकार की मानवता को सलाम किया जा रहा है।

 क्या कहती है जनता?

स्थानीय लोगों और अधिकारियों का कहना है कि यदि मौके पर राजीव कुमार मौजूद न होते, तो यह घटना विकराल रूप ले सकती थी। फर्रुखाबाद के डीएम ने भी पत्रकार की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि, “हम जल्द ही उन्हें सम्मानित करने पर विचार कर रहे हैं।”

एक स्थानीय निवासी ने कहा, “आजकल लोग वीडियो बनाते हैं, लेकिन इस पत्रकार ने जान बचाई। यही सच्ची पत्रकारिता है।”

 आत्मदाह के पीछे का कारण क्या?

पुलिस सूत्रों के अनुसार महिला का नाम रेखा देवी बताया जा रहा है, जो पास के ही गांव की रहने वाली है। उसने कई बार अपने पति की मृत्यु के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण उसे निराशा हाथ लगी।

इससे आहत होकर रेखा देवी ने आत्मदाह जैसा कदम उठाया। हालांकि पुलिस और प्रशासन अब मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

 प्रशासन पर उठते सवाल

इस घटना के बाद एक बार फिर प्रशासनिक प्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। यदि महिला की शिकायतों पर समय रहते सुनवाई होती, तो शायद Farrukhabad News की यह दुखद कहानी कभी जन्म ही नहीं लेती। आम जनता और सामाजिक कार्यकर्ता यह मांग कर रहे हैं कि संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई हो और पीड़िता को उचित सहायता मिले।

 बहादुर पत्रकार को मिल सकता है सम्मान

राज्य पत्रकार संघ और कई सामाजिक संगठनों ने राजीव कुमार को सार्वजनिक रूप से सम्मानित करने की मांग की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और मुख्यमंत्री कार्यालय ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

 पत्रकारिता की नई परिभाषा

Farrukhabad News से सामने आई यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पत्रकार सिर्फ खबर नहीं दिखाते, वे ज़रूरत पड़ने पर मानवता की मिसाल भी बन सकते हैं। राजीव कुमार का साहस यह दर्शाता है कि संवेदनशीलता और तत्परता जब पत्रकारिता से जुड़ती है, तो समाज एक नई दिशा में प्रेरित होता है।

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