चार महीने तक करता रहा हैवानियत, जब न थमा दरिंदगी का सिलसिला तो उठा लिया और भी घिनौना कदम

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हाइलाइट्स

– साइबर अपराध के तहत आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में एक युवक ने किशोरी के आपत्तिजनक फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल किया।

– पीड़िता की मां ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने लंबे समय तक कार्रवाई नहीं की।

– आरोपी ने किशोरी का दो महीने तक शारीरिक शोषण किया और बाद में उसके फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।

– पीड़िता अब गंभीर अवसाद में है और घर से बाहर निकलने से डरती है।

– मामले में हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही पीड़िता को आरोपी से मुक्ति मिली।

 साइबर अपराध की शिकार हुई नाबालिग, आरोपी गिरफ्तार

 मामले की पृष्ठभूमि

आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला साइबर अपराध सामने आया है। यहां एक युवक ने नाबालिग लड़की के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया। बाद में, उसने इन फोटो और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे पीड़िता और उसके परिवार को गंभीर मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।

 क्या हुआ था पूरा मामला?

पीड़िता की मां ने बताया कि सीता नगर निवासी पुष्पेंद्र नाम के युवक ने उनकी बेटी के साथ धोखाधड़ी की। उसने पहले उसके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बनाए, फिर उसे ब्लैकमेल करके चार महीने पहले अपने साथ ले गया। वहां उसने दो महीने तक उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया।

जब परिवार ने पुलिस में शिकायत की, तब भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पीड़िता के परिवार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही आरोपी ने पीड़िता को थाने भेजा, जहां से उसकी मां उसे लेकर आईं।

 सोशल मीडिया पर वायरल हुए फोटो-वीडियो

परिवार को लगा कि अब मामला शांत हो जाएगा, लेकिन आरोपी ने एक बार फिर साइबर अपराध किया। उसने इंस्टाग्राम पर एक फेक आईडी बनाई और पीड़िता के सभी आपत्तिजनक फोटो और वीडियो वहां अपलोड कर दिए। इससे पीड़िता की सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा और वह गंभीर अवसाद में चली गई।

 पुलिस की लापरवाही और हाईकोर्ट का हस्तक्षेप

पीड़िता की मां ने बताया कि पुलिस ने शुरू में मामले को गंभीरता से नहीं लिया। केस दर्ज होने के बावजूद पुलिस पीड़िता को नहीं ढूंढ पाई। जब परिवार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, तभी पुलिस ने गंभीरता दिखाई। कोर्ट के आदेश के बाद ही आरोपी ने पीड़िता को छोड़ा।

 साइबर अपराध के खिलाफ कानूनी कार्रवाई

इस मामले में साइबर थाने ने आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी पुष्पेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, पीड़िता और उसका परिवार अभी भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं।

 साइबर अपराध से कैसे बचें?

 सावधानियां जो हर युवा को बरतनी चाहिए

– किसी अजनबी को अपनी निजी फोटो या वीडियो कभी न भेजें।

– सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग्स को हमेशा स्ट्रिक्ट रखें।

– अगर कोई ब्लैकमेल करे, तो तुरंत परिवार को बताएं और पुलिस में शिकायत करें।

– साइबर क्राइम से जुड़ी कानूनी जानकारी रखें ताकि समय पर कार्रवाई कर सकें।

 साइबर सेल और हेल्पलाइन नंबर

भारत में साइबर अपराध की शिकायत दर्ज कराने के लिए आप नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, आप [साइबर क्राइम गवर्नमेंट पोर्टल](https://cybercrime.gov.in) पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

यह मामला एक बार फिर साइबर अपराध के खतरों को उजागर करता है। आज के डिजिटल युग में नाबालिगों और युवाओं को ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति जागरूक होना चाहिए। साथ ही, पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।

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