मदद का दिखावा कर मासूम मां से दरिंदगी, इंसाफ की तलाश में लुट गई इज्जत… कहानी पढ़कर कांप उठेगा दिल

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 हाइलाइट्स

  • Lawyer Rape Case: महिला ने अपने वकील और कांग्रेस नेता जलालुद्दीन पर रेप का गंभीर आरोप लगाया है
  •  आरोपी ने पिस्टल दिखाकर महिला के साथ जबरदस्ती की, धमकाया और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया
  •  महिला ने बताया कि आरोपी उसके घर में घुसकर लगातार शारीरिक शोषण करता रहा
  •  आरोपी जलालुद्दीन पर पहले से ही 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं
  •  पुलिस ने शाहगंज इलाके से गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में किया पेश

 मामला क्या है?

उत्तर प्रदेश के शाहगंज से सामने आया Lawyer Rape Case न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है बल्कि महिला सुरक्षा की चिंताओं को भी उजागर करता है। यह घटना तब सामने आई जब एक महिला ने अपनी ही पैरवी कर रहे वकील और कांग्रेस नेता जलालुद्दीन पर रेप, धमकी और जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप लगाए।

पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

 पहली मुलाकात: न्याय की तलाश में मिला दरिंदा

 2019 से चला आ रहा था संपर्क

पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वर्ष 2019 से वह एक पारिवारिक विवाद को लेकर अदालत के चक्कर काट रही थी। तभी उसकी मुलाकात जलालुद्दीन नामक वकील से हुई। आरोपी ने महिला को भरोसा दिलाया कि वह उसे न्याय दिलाएगा। इसी बहाने उसका घर आना-जाना शुरू हो गया।

यही भरोसा आगे चलकर Lawyer Rape Case की नींव बना।

 पिस्टल की नोंक पर पहला दुष्कर्म

 कांग्रेस कार्यालय में किया दुष्कर्म

महिला ने बताया कि एक दिन जब वह बीमार थी और घर में अकेली थी, तब जलालुद्दीन उसे दवा दिलाने के बहाने एमजी रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय ले गया। वहीं, पिस्टल दिखाकर उसने उसके साथ जबरदस्ती की।

उसने धमकी दी कि यदि उसने किसी को बताया तो वह उसकी बदनामी कर देगा और अपनी राजनीतिक पहुंच का दुरुपयोग करेगा।

 घर में घुसकर किया अत्याचार

 विकलांग पति और बेटी की मजबूरी का उठाया फायदा

पीड़िता ने बताया कि उसका पति विकलांग है और गुजरात में रहता है। शाहगंज में वह अपनी बेटी और मां के साथ रहती थी। इस पारिवारिक स्थिति का फायदा उठाकर आरोपी उसके घर में जब-तब घुसता और दुष्कर्म करता।

यह सिलसिला वर्षों तक चलता रहा, लेकिन बदनामी के डर से महिला चुप रही।

 धर्म परिवर्तन का दबाव

 नमाज और रोजे रखने को करता था मजबूर

Lawyer Rape Case में एक और गंभीर आरोप जुड़ता है—धर्म परिवर्तन का दबाव। पीड़िता का आरोप है कि जलालुद्दीन उसके घर में नमाज पढ़ता था और उसे रोजा रखने को कहता था।

जब उसने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उस पर चाकू से हमला कर दिया।

 डर के साए में जीती रही पीड़िता

 खुद को कमरे में बंद कर रखती थी

आरोपी की धमकियों और दहशत के कारण पीड़िता ने खुद को घर में बंद कर लिया था। वह ताले लगाकर भीतर ही रहती थी। आरोपी अक्सर दरवाजे पर आकर पीटता और चिल्लाता था, जिससे वह बाहर न निकल सके।

यह स्थिति मानसिक उत्पीड़न का गंभीर रूप थी, जिसे पीड़िता अकेले झेल रही थी।

 बेटी की परीक्षा तक में छिपकर रहना पड़ा

 होटल में छिपकर की परीक्षा की तैयारी

महिला ने बताया कि जब उसकी बेटी की बोर्ड परीक्षा थी, तब वह परिवार समेत 15 दिन तक एक होटल में छिपकर रही ताकि बेटी की पढ़ाई पर असर न पड़े और आरोपी तक न पहुंचे।

 आखिरकार पुलिस तक पहुंची शिकायत

 12 आपराधिक मामलों में नामजद है आरोपी

इस भयावह Lawyer Rape Case की शिकायत मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। आरोपी को शाहगंज के K.G.I.C. के पास से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी जलालुद्दीन के खिलाफ आगरा समेत अन्य जिलों में कुल 12 मामले दर्ज हैं। इनमें से कई में गंभीर धाराएं लगी हैं।

 पुलिस का बयान

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। मामले की विवेचना जारी है और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

आरोपी की राजनीतिक पृष्ठभूमि और आपराधिक इतिहास को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।

 क्या कहती है कानून व्यवस्था?

इस Lawyer Rape Case ने न्याय व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है। जिस व्यक्ति पर भरोसा कर पीड़िता न्याय मांगने गई थी, वही उसका सबसे बड़ा शोषक निकला।

अब देखना होगा कि अदालत इस मामले में कितनी सख्त कार्रवाई करती है और क्या पीड़िता को वास्तविक न्याय मिल पाता है।

Lawyer Rape Case महज एक महिला के साथ हुआ जघन्य अपराध नहीं, बल्कि एक ऐसे तंत्र की पोल खोलता है, जहां पीड़ित को इंसाफ मांगने पर ही प्रताड़ित किया जाता है।

यह मामला समाज, कानून और राजनीति—तीनों के लिए एक चेतावनी है कि यदि ऐसे मामलों में तेजी से और पारदर्शी कार्रवाई नहीं हुई, तो महिलाओं का न्याय प्रणाली पर से विश्वास उठ जाएगा।

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