हाइलाइट्स:
- गाजियाबाद में Ghaziabad Crime का एक और मामला सामने आया, युवक पर कथित तौर पर धार्मिक पहचान के कारण हमला
- पीड़ित का आरोप: हमलावरों ने RSS और बजरंग दल से जुड़ाव पर सवाल उठाते हुए मारपीट की
- घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, लोगों में आक्रोश
- पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर शुरू की जांच, आरोपियों की पहचान की जा रही है
- मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की
घटना का विवरण: क्या हुआ गाजियाबाद में?
गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र में Ghaziabad Crime का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक को कथित रूप से उसके धार्मिक विश्वास और गोसेवा से जुड़े कार्य के चलते पीटा गया। युवक का नाम विवेक शर्मा (बदला हुआ नाम) बताया जा रहा है।
पीड़ित के अनुसार, जब वह अपने परिचित से मिलकर घर लौट रहा था, तभी तीन युवकों ने रास्ता रोककर “गोसेवा क्यों करते हो?” और “RSS-बजरंग दल से क्या नाता है?” जैसे सवाल पूछे और फिर मारपीट की।
हमले में विवेक को गंभीर चोटें आईं और उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सोशल मीडिया पर Ghaziabad Crime का वीडियो वायरल
इस पूरे Ghaziabad Crime की घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में हमलावरों की संख्या तीन बताई जा रही है, जिनके नाम पीड़ित ने वसीम, फैहीम और फैसू बताए हैं।
वीडियो में हमलावर युवक को गालियां देते, उसके धर्म और संगठन से जुड़ाव पर अपशब्द कहते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश देखने को मिला, और यूज़र्स ने @ghaziabadpolice और @Uppolice को टैग कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की प्रतिक्रिया: जांच में जुटी टीम
गाजियाबाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साहिबाबाद थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि घटना की पुष्टि की जा चुकी है और CCTV फुटेज व वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह मामला धार्मिक वैमनस्यता फैलाने और जानबूझकर हमला करने से जुड़ा लग रहा है। IPC की धाराएं 295A, 323, 504, 506 के तहत केस दर्ज किया गया है।
In Ghaziabad, Waseem, Faheem, and Faisu brutally beat a Hindu youth, saying, ‘Gau seva kyun krte ho? RSS-Bajrang Dal ke sath kyun rhte ho?’
Requesting @ghaziabadpolice @Uppolice to take strict action against all Islamists. pic.twitter.com/kS3TPOClGI
— Treeni (@TheTreeni) July 11, 2025
क्या है पीड़ित का पक्ष?
पीड़ित विवेक शर्मा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह लंबे समय से स्थानीय गौशाला में गोसेवा से जुड़ा है और धार्मिक संगठनों जैसे RSS और बजरंग दल के कार्यक्रमों में स्वेच्छा से भाग लेता रहा है।
उसका आरोप है कि हमलावरों ने पहले उसे रोका, फिर सवाल-जवाब किए और मारपीट शुरू कर दी।
विवेक ने कहा –
“मैंने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा, सिर्फ गोसेवा करता हूं और समाजसेवा के कार्यों में जुड़ा हूं। मेरे साथ मारपीट सिर्फ इस वजह से हुई कि मैं हिंदू हूं और अपने धर्म से जुड़ा हूं।”
हिंदू संगठनों का प्रदर्शन और बयान
घटना के बाद हिंदू युवा वाहिनी, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों ने गाजियाबाद में धरना प्रदर्शन किया और Ghaziabad Crime पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं धार्मिक असहिष्णुता को बढ़ावा देती हैं, और यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो जनाक्रोश और बढ़ सकता है।
पुलिस की रणनीति: शांति बनाए रखने की कोशिश
गाजियाबाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है और संदिग्ध इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है।
SP सिटी ने कहा –
“हम किसी भी समुदाय को निशाना नहीं बना रहे। यह कानून व्यवस्था का मामला है और कानूनी प्रक्रिया के तहत ही हर कदम उठाया जाएगा। सभी से अनुरोध है कि अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री न फैलाएं।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया: नेताओं ने की शांति की अपील
घटना को लेकर राजनीति भी गर्मा गई है। भाजपा नेताओं ने इसे हिंदुओं पर हमला बताया, जबकि कांग्रेस और सपा नेताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
UP सरकार के एक मंत्री ने कहा –
“हमारी सरकार हर नागरिक की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे उसका धर्म या जाति कुछ भी हो।”
क्या कहती है कानूनी व्यवस्था?
भारत का संविधान हर नागरिक को धर्म की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जीवन जीने का अधिकार देता है। ऐसे मामलों में IPC की धारा 153A (धार्मिक आधार पर द्वेष फैलाना) और 295A (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) के तहत सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
यदि पीड़ित की शिकायत सही पाई जाती है, तो आरोपियों को 7 साल तक की सजा या उससे अधिक भी हो सकती है।
क्या ऐसे मामलों से सामाजिक ताना-बाना कमजोर होता है?
Ghaziabad Crime जैसे मामले न केवल समाज में भय का वातावरण बनाते हैं, बल्कि विभिन्न समुदायों के बीच विश्वास की दीवार को भी कमजोर करते हैं। ऐसे समय में मीडिया, पुलिस, राजनीतिक दल और नागरिक समाज सभी की जिम्मेदारी है कि वे सच को सामने लाएं, अफवाहों से बचें और शांति बनाए रखें।