हाइलाइट्स
- Lift attack in Pune का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, बच्चा लिफ्ट में चिल्लाता रहा
- 12 साल का मासूम स्कूल से लौटते वक्त हुआ हमले का शिकार
- आरोपी ने पहले बच्चे को थप्पड़ मारा, फिर दीवार से पटका और काटने की कोशिश की
- CCTV फुटेज में आरोपी की हरकतें देख दंग रह गए लोग, मानवता शर्मसार
- पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया, बाल संरक्षण आयोग ने जताई चिंता
क्या है पूरा मामला?
पुणे से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। यह मामला एक Lift attack in Pune का है, जहां एक 12 वर्षीय स्कूली बच्चे को सिर्फ इसलिए पीट दिया गया क्योंकि उसने लिफ्ट का दरवाजा समय पर बंद कर दिया था। यह घटना एक रिहायशी सोसायटी में हुई, जिसकी पूरी तस्वीर लिफ्ट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
Lift attack in Pune: कैसे हुआ पूरा हमला?
घटना पुणे के वाकाड इलाके की एक हाईराइज सोसायटी की है। स्कूल से लौटते वक्त बच्चा लिफ्ट में घुसा और दरवाजा बंद करने लगा। तभी एक व्यक्ति जो संभवतः उसी बिल्डिंग का निवासी था, लिफ्ट तक पहुंचा लेकिन दरवाजा बंद हो चुका था। गुस्से में तमतमाया वह व्यक्ति अगले ही फ्लोर पर लिफ्ट में घुस गया और 12 वर्षीय मासूम पर कहर टूट पड़ा।
लिफ्ट में मारा थप्पड़ और घूंसे
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि आरोपी ने जैसे ही लिफ्ट में प्रवेश किया, उसने बच्चे को थप्पड़ मारा। इसके बाद उसने उसे दीवार पर पटका और फिर उसकी गर्दन पकड़कर काटने की कोशिश की। बच्चा चीखता रहा लेकिन आरोपी की हिंसा जारी रही।
बच्चा सदमे में, परिवार डरा-सहमा
पीड़ित बच्चे के माता-पिता ने बताया कि उनका बेटा अभी तक सदमे में है। उसे लिफ्ट में चढ़ने से डर लगने लगा है और वह बार-बार चीखते हुए उठ जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि यह Lift attack in Pune उसके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकता है।
बेरहमी देखिए।
पुणे में 12 साल के एक बच्चे ने लिफ्ट का दरवाजा बंद कर दिया। गुस्से में आकर इस आदमी ने बच्चे को बेरहमी से लिफ्ट में मारा, काटने की कोशिश भी की। pic.twitter.com/VJK9PIDLPv
— Likhavati✍️ (@Likhavati) July 9, 2025
परिवार ने दर्ज कराई शिकायत
घटना के बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आरोपी की पहचान एक मिडिल-एज व्यक्ति के रूप में हुई है जो सोसायटी में ही रहता है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
सोशल मीडिया पर गूंजा मामला, लोग बोले ‘दरिंदगी की हद’
यह Lift attack in Pune का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लोगों ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सेलिब्रिटीज और एक्टिविस्ट भी आए सामने
बॉलीवुड सेलिब्रिटी रवीना टंडन ने ट्वीट किया, “कैसी मानसिकता है यह? बच्चे के साथ ऐसी हिंसा करने वाला इंसान कहलाने लायक भी नहीं है।”
बाल अधिकार कार्यकर्ता स्वाति मालीवाल ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग को इस मामले में दखल देना चाहिए।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी पहलू
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट और IPC की कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। FIR में गंभीर मारपीट, बच्चों के साथ क्रूरता और जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की धाराएं शामिल की गई हैं।
CCTV फुटेज बना अहम सबूत
Lift attack in Pune मामले में CCTV फुटेज को ही मुख्य साक्ष्य माना जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वीडियो में आरोपी की हरकतें पूरी तरह से स्पष्ट हैं और उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया है।
मनोवैज्ञानिकों की चेतावनी: ऐसे हमले बच्चों को तोड़ सकते हैं
बच्चों के मनोविज्ञान पर काम करने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि Lift attack in Pune जैसा अनुभव बच्चों में पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर पैदा कर सकता है। ऐसे बच्चे सामाजिक दूरी बनाने लगते हैं और उनके व्यवहार में आक्रामकता या डर दोनों आ सकते हैं।
स्कूल प्रशासन की भूमिका
स्कूल प्रबंधन ने बच्चे के साथ सहानुभूति जताई है और उसे काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है। साथ ही सोसायटी में रहने वाले सभी बच्चों को “सुरक्षा और स्व-संरक्षण” पर एक विशेष वर्कशॉप देने की योजना बनाई जा रही है।
सोसायटी प्रबंधन और भविष्य की सुरक्षा व्यवस्था
Lift attack in Pune के बाद सोसायटी प्रबंधन भी कठघरे में है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या सोसायटी में रहने वालों की मानसिक स्थिति पर भी ध्यान दिया जाता है?
सुरक्षा उपायों में बदलाव
प्रबंधन ने अब लिफ्ट में अलार्म सिस्टम और इमरजेंसी बटन की कार्यप्रणाली की समीक्षा शुरू कर दी है। साथ ही CCTV की निगरानी टीम को और सख्त निर्देश दिए गए हैं।
क्या एक गलती जानलेवा हो सकती है?
Lift attack in Pune जैसी घटनाएं न सिर्फ समाज की मानसिकता को उजागर करती हैं बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमारी तैयारियों पर भी सवाल उठाती हैं। क्या हम एक ऐसे समाज में जी रहे हैं जहां छोटी-छोटी बातों पर इंसान की दरिंदगी सामने आ जाती है?
अब वक्त है कि इस घटना को सिर्फ वीडियो समझकर नजरअंदाज न किया जाए, बल्कि इसे चेतावनी मानकर बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।