हाइलाइट्स
- Agra Dowry Case में विवाहिता के साथ ससुर ने किया दुष्कर्म, पति ने किया अप्राकृतिक कृत्य
- 2024 में 1.5 करोड़ की भव्य शादी के बाद शुरू हुआ उत्पीड़न का सिलसिला
- पति ने दोस्त के साथ संबंध बनाने का बनाया दबाव, नहीं मानी तो पीटा और धमकाया
- ससुराल वालों ने दो करोड़ रुपये की अतिरिक्त दहेज की मांग रखी
- पुलिस ने पति, सास और ससुर पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच
Agra Dowry Case: आगरा में दहेज लोभियों की दरिंदगी, विवाहिता के साथ ससुर का दुष्कर्म
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के कमला नगर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां Agra Dowry Case के अंतर्गत दहेज की मांग पूरी न होने पर एक विवाहिता को न केवल शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं, बल्कि उसके साथ अत्याचार की सभी सीमाएं पार कर दी गईं।
शादी को मुश्किल से कुछ महीने बीते थे कि ससुराल वालों ने दो करोड़ रुपये की और मांग कर दी। जब पीड़िता के पिता इस अतिरिक्त दहेज को देने में असमर्थ रहे, तो विवाहिता को एक सुनियोजित यातना चक्र में फंसा दिया गया।
शादी में हुआ 1.5 करोड़ का खर्च, फिर भी न बचे रिश्ते
दिखावे के पीछे छिपा अंधेरा
पीड़िता के पिता के अनुसार, नवंबर 2024 में उन्होंने अपनी बेटी की शादी बड़े ही धूमधाम से की थी। कुल मिलाकर 1.5 करोड़ रुपये इस शादी में खर्च किए गए जिसमें सोने के जेवरात, 40 लाख रुपये नकद, गाड़ी, महंगा फर्नीचर और अन्य उपहार शामिल थे।
लेकिन यह सारा धन और प्रेम तब बेकार साबित हुआ जब Agra Dowry Case में सामने आया कि ससुराल वाले अब भी संतुष्ट नहीं थे। उन्हें चाहिए था दो करोड़ रुपये और उनकी बेटी की इज्जत।
पति ने किया अप्राकृतिक कृत्य, बनाया अश्लील वीडियो
जब रिश्ते टूटने लगे मर्यादाओं से
पीड़िता ने बताया कि शादी के कुछ ही समय बाद पति का व्यवहार हिंसक हो गया। उसने कई बार उसे बेरहमी से डंडों से पीटा और अप्राकृतिक कृत्य किए। एक दिन उसने कमरे में छुपा कैमरा लगा दिया और कृत्य का वीडियो बना लिया। फिर उस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर मानसिक यातना दी।
जब पीड़िता ने सास और ससुर से न्याय की गुहार लगाई, तो उन्होंने भी उसका साथ देने के बजाय धमकियां देनी शुरू कर दीं।
पति ने दोस्त से बनवाना चाहा संबंध, ससुर ने किया दुष्कर्म
विश्वास को तोड़ने वाला षड्यंत्र
Agra Dowry Case में जो सबसे शर्मनाक और भयावह घटना सामने आई, वह यह थी कि पति ने एक दिन उसे एक घर में ले जाकर अपने दोस्त के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। जब महिला ने विरोध किया, तो दोस्त ने भी उसे धमकाया। किसी तरह वह वहां से बच निकली और घर पहुंची।
लेकिन यहां भी उसे राहत नहीं मिली। ससुर ने उसे अकेला पाकर दुष्कर्म किया। जब उसने यह बात अपने पति को बताई, तो उसने उसका गला दबाने की कोशिश की।
थक-हारकर पहुंची मायके, फिर दर्ज हुई रिपोर्ट
पुलिस ने शुरू की गंभीर धाराओं में जांच
इन तमाम घटनाओं के बाद, महिला जैसे-तैसे अपने मायके पहुंची और सारा हाल बताया। इसके बाद पिता ने आगरा के कमला नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। एसीपी छत्ता पीयूष कांत राय ने बताया कि Agra Dowry Case में पति, सास और ससुर के खिलाफ दहेज अधिनियम, बलात्कार, अप्राकृतिक यौनाचार, जान से मारने की कोशिश, और आईटी एक्ट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मामले की जांच चल रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी भी संभव है।
समाज में सवाल: कब थमेगा दहेज का यह खूनी खेल?
दहेज की भूख या मानसिक विकृति?
Agra Dowry Case एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या दहेज आज भी उतनी ही गहराई से समाज में जड़ें जमाए हुए है जितना कि सदियों पहले था? क्या पैसे की भूख रिश्तों से ज्यादा मजबूत हो गई है?
पीड़िता को जिस तरह से शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से तोड़ा गया, वह केवल एक विवाहिता की त्रासदी नहीं है, यह उस पूरे भारतीय समाज की विफलता है जो बेटियों की शादी को “बोझ” समझ कर करोड़ों लुटा देता है, फिर भी उन्हें सुरक्षा नहीं दे पाता।
न्याय की उम्मीद और कानूनी प्रक्रिया
महिला आयोग और मानवाधिकार संगठनों से हस्तक्षेप की मांग
महिला के पिता और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय महिला आयोग और मानवाधिकार संगठनों से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि यह केवल एक परिवार का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह Agra Dowry Case जैसे मामलों को समाज से खत्म करने की एक मुहिम होनी चाहिए।
अब बदलाव जरूरी है
यह मामला स्पष्ट करता है कि कानूनी सुधार, जागरूकता अभियान और समाजिक समर्थन तंत्र को और मजबूत करने की आवश्यकता है। अगर अभी भी हम चुप रहे, तो हर घर की बेटी असुरक्षित ही रहेगी।