हाइलाइट्स
- Terrifying Stunt Video वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बच्चों की सुरक्षा पर बहस तेज
- ओडिशा के बौध जिले में 12 साल का बच्चा रेलवे ट्रैक पर लेटकर करता है जानलेवा स्टंट
- दोस्त ने पूरी घटना को वीडियो में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर किया वायरल
- रेलवे और पुलिस प्रशासन ने चलाया जॉइंट ऑपरेशन, आरोपी नाबालिगों को लिया हिरासत में
- यूजर्स का रिएक्शन – “रील के चक्कर में जान जोखिम में डालना आत्मघाती है”
कहां का है मामला?
ओडिशा के बौध जिले से एक दिल दहला देने वाला Terrifying Stunt Video सामने आया है, जिसने पूरे देश को हैरान कर दिया है। यह वीडियो झारमुंडा रेलवे स्टेशन के नजदीक जंगलों के बीच की एक पटरी पर फिल्माया गया, जहां एक 12 वर्षीय बच्चा केवल कुछ लाइक्स और व्यूज के लिए अपनी जान जोखिम में डाल देता है।
क्या दिखता है वीडियो में?
इस Terrifying Stunt Video में देखा जा सकता है कि बच्चा रेलवे ट्रैक पर पूरी तरह स्थिर लेटा हुआ है। कुछ ही सेकंड बाद एक तेज़ रफ्तार ट्रेन उसी पटरी पर उसके ऊपर से गुजरती है। चमत्कारी रूप से बच्चा पूरी तरह सुरक्षित निकल आता है और खुशी से झूम उठता है।
उसके दोस्त द्वारा रिकॉर्ड किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। लोगों ने इसे ‘रील का भूत’ करार देते हुए इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
माता पिता के अथक प्रयास और परिश्रम को पल भर में ही समाप्त करने का प्रयास करता
अबोध बालक 😱आजकल यह लाइलाज बीमारी बनती जा रही है pic.twitter.com/OVA3JCPQ6Y
— Manju (@cop_manjumeena) July 7, 2025
प्रशासन की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
जैसे ही Terrifying Stunt Video वायरल हुआ, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस हरकत में आई। एक जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया जिसमें गांववालों की मदद से दोनों नाबालिगों को खोज निकाला गया।
कौन-कौन शामिल था?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस जानलेवा स्टंट में कम से कम तीन नाबालिग शामिल थे—एक जिसने स्टंट किया, दूसरा जिसने वीडियो रिकॉर्ड किया और तीसरा जिसने वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
इन सभी के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम (Juvenile Justice Act) के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया की दुनिया में खतरनाक ट्रेंड
यह कोई पहला मामला नहीं है जब Terrifying Stunt Video वायरल हुआ हो। इससे पहले भी कई युवा और किशोर इस तरह के खतरनाक स्टंट करके वीडियो बनाते आए हैं।
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया की ‘डोपामाइन लूप’ यानी लाइक्स और व्यूज की भूख युवाओं को आत्मघाती गतिविधियों की ओर धकेल रही है।
मनोविश्लेषक डॉ. श्याम सुंदर के अनुसार –
“रील और स्टंट वीडियो के ज़रिए बच्चे मान्यता और ध्यान चाहते हैं। वे खतरे को चुनौती मानते हैं, लेकिन यह चुनौती कब जानलेवा हो जाती है, उन्हें इसका अंदाजा भी नहीं होता।”
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
वीडियो पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं बेहद तीखी रही हैं।
- “रील का भूत उतारने की ज़रूरत है।”
- “इस उम्र में बच्चों को फोन देना ही सबसे बड़ी गलती है।”
- “ऐसे स्टंट्स पर जेल होनी चाहिए।”
- “Terrifying Stunt Video को प्रमोट करने वालों पर कार्रवाई हो।”
TikTok और Reels: दोष किसका?
हालांकि TikTok भारत में बैन हो चुका है, लेकिन Instagram, Facebook और YouTube Shorts जैसी ऐप्स अब Terrifying Stunt Video को नई जमीन दे रही हैं।
Algorithm की भूमिका
सोशल मीडिया एल्गोरिदम ऐसे कंटेंट को वायरल करता है जो चौंकाने वाला हो। इसके चलते किशोर और युवा ‘हाई रिस्क – हाई रिवॉर्ड’ मानसिकता अपना रहे हैं।
माता-पिता की भूमिका और चेतावनी
बच्चों की गतिविधियों पर रखें नजर
- मोबाइल की समय-सीमा तय करें
- सोशल मीडिया पर फॉलो किए जाने वाले अकाउंट्स पर निगरानी रखें
- बच्चों से संवाद करें कि क्या सही है, क्या नहीं
जागरूकता ज़रूरी
स्कूलों और समुदाय स्तर पर Terrifying Stunt Video जैसे खतरनाक ट्रेंड्स के प्रति जागरूकता अभियान चलाना समय की मांग है।
Terrifying Stunt Video केवल एक सनसनीखेज घटना नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी है कि हमें अपने बच्चों को मोबाइल नहीं, मूल्य देने की ज़रूरत है। जब तक अभिभावक, स्कूल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक साथ कार्रवाई नहीं करते, तब तक इस तरह की घटनाएं दोहराती रहेंगी।