हाइलाइट्स
– मेरठ मदरसे में हैवानियत के शिकार हुई छात्रा ने मौलाना पर तीन साल तक दुराचार का आरोप लगाया।
– छात्रा तीन बार गर्भवती हुई, लेकिन मौलाना और उसकी पत्नी ने जबरन गर्भपात कराया।
– विरोध करने पर छात्रा को मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना दी गई, उसके बाल काटकर उसे “पागल” बताया गया।
– पड़ोसियों ने छात्रा की चीख सुनकर उसे बचाया और पुलिस को सूचना दी।
– आरोपी मौलाना फरार हो गया है, पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है।
मेरठ मदरसे में हैवानियत: पीड़िता का दर्दनाक सच
छात्रा पर तीन साल तक हुए अत्याचार
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर से मेरठ मदरसे में हैवानियत का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां एक मदरसे के मौलाना ने बिहार से आई एक 22 वर्षीय छात्रा के साथ तीन साल तक दुराचार किया। पीड़िता का आरोप है कि मौलाना ने उसे ब्लैकमेल करके शारीरिक शोषण का शिकार बनाया और इस दौरान वह तीन बार गर्भवती भी हुई।
जबरन गर्भपात और प्रताड़ना की दास्तां
छात्रा के मुताबिक, हर बार गर्भवती होने पर मौलाना और उसकी पत्नी ने उसका जबरन गर्भपात करवा दिया। जब भी उसने विरोध किया, मौलाना ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। एक बार तो उसके बाल काटकर उसे “पागल” घोषित कर दिया गया, ताकि लोग उसकी बातों पर विश्वास न करें।
मामला कैसे उजागर हुआ?
पड़ोसियों ने छात्रा को बचाया
9 जुलाई को जब छात्रा ने घर लौटने का फैसला किया और ट्रेन का टिकट बुक कराया, तो मौलाना भड़क गया और उसने उसके साथ मारपीट की। छात्रा की चीखें सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और उसे बचाया। इसके बाद पीड़िता ने लोहियानगर थाने जाकर मौलाना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
मामला सामने आते ही आरोपी मौलाना फरार हो गया। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है और छात्रा के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसएचओ लोहियानगर ने बताया कि मामला गंभीर है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी
मदरसों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
यह मामला एक बार फिर मदरसों में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। मेरठ मदरसे में हैवानियत जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन को सख्त निगरानी तंत्र बनाना होगा।
पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग
समाजिक संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने पीड़िता को तुरंत न्याय दिलाने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी घटना न हो।
मेरठ मदरसे में हैवानियत का यह मामला न सिर्फ समाज के लिए एक कलंक है, बल्कि यह हमारी व्यवस्था की विफलता को भी उजागर करता है। पीड़िता को न्याय मिलना अत्यंत आवश्यक है, और साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।