हाइलाइट्स
- Live-in Relationship की आड़ में पूजा ने रची खौफनाक साजिश, सास की हत्या के पीछे था ज़मीन का लालच
- पति की हत्या के बाद देवर के साथ लिव-इन में रही, फिर जेठ और अब प्रेमी के साथ हो गई फरार
- देवर की संदिग्ध मौत के बाद पूजा ने जेठ के साथ शुरू किया नया Live-in Relationship
- 8 बीघा ज़मीन और 8 लाख के जेवर पाने के लिए रची थी हत्या की पूरी साजिश
- प्रेमी अनिल को पुलिस ने एनकाउंटर में गोली मारकर पकड़ा, बहन समेत पूजा पहले ही जेल भेजी जा चुकी है
उत्तर प्रदेश के झाँसी जिले में एक ऐसी महिला का मामला सामने आया है, जिसने Live-in Relationship की आड़ में पति, देवर और जेठ को अपने प्रेमजाल में फंसाया और अंततः सास की हत्या करवा दी। इस पूरे मामले ने पुलिस, प्रशासन और आम जनमानस को हिला कर रख दिया है।
पूजा नाम की इस महिला ने अपने पति की हत्या के बाद देवर से Live-in Relationship शुरू किया। देवर की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई तो उसने जेठ के साथ लिव-इन में रहना शुरू कर दिया। अंततः सास द्वारा ज़मीन न देने पर उसने प्रेमी और बहन की मदद से उसकी हत्या करा दी।
पति की हत्या के पीछे छुपा था Live-in Relationship का रहस्य
देवर की मोहब्बत में पति बना कुर्बानी
झाँसी के रहने वाले कल्याण सिंह के बड़े भाई की पत्नी पूजा, अपने ही देवर के साथ Live-in Relationship में थी। यह रिश्ता पति की मौत से पहले ही शुरू हो चुका था। जब पति को इस रिश्ते की भनक लगी तो पूजा ने देवर के साथ मिलकर उसकी हत्या करवा दी।
इस हत्या के बाद पूजा और कल्याण सिंह झाँसी शहर में किराए के मकान में Live-in Relationship में रहने लगे।
फिर देवर की संदिग्ध मौत और पूजा की नई चाल
अब जेठ के साथ Live-in Relationship
कुछ समय बाद कल्याण सिंह की भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की ही थी कि तब तक पूजा अपने जेठ संतोष सिंह के साथ Live-in Relationship में रहने लगी। यह रिश्ता भी जमीन और पैसों के लालच में बनाया गया था।
पूजा की इस चालाकी ने पुलिस को और भी चौकन्ना कर दिया।
8 बीघा ज़मीन बनी खून का कारण
सास सुशीला देवी कर रही थीं विरोध
पूजा का असली मकसद था पति के हिस्से की 8 बीघा ज़मीन अपने नाम कराना। मगर उसकी सास सुशीला देवी इसका विरोध कर रही थीं। उन्होंने ज़मीन ट्रांसफर करने से इनकार कर दिया था।
इस पर पूजा ने अपनी बहन और प्रेमी अनिल के साथ मिलकर सास की हत्या की योजना बनाई।
साजिश का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार
बहन और प्रेमी अनिल ने निभाया किलर का रोल
पूजा ने अपनी बहन को झाँसी बुलाया और साथ ही प्रेमी अनिल को भी प्लान में शामिल किया। दोनों ने घर में घुसकर बुज़ुर्ग सुशीला देवी की हत्या कर दी और करीब 8 लाख रुपए के जेवर लेकर फरार हो गए।
इस घटना के बाद झाँसी पुलिस ने पूजा और उसकी बहन को गिरफ़्तार कर लिया। दोनों को जेल भेजा गया।
प्रेमी अनिल पकड़ा गया एनकाउंटर में
पुलिस ने मारी टांग में गोली
पुलिस को लंबे समय से फरार प्रेमी अनिल की तलाश थी। हाल ही में उसे एक सूचना के आधार पर ट्रैक किया गया। जब पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने भागने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जो उसकी टांग में लगी और उसे घायल अवस्था में पकड़ लिया गया।
अनिल को अस्पताल में भर्ती कराकर आगे की पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की जांच में खुली Live-in Relationship की परतें
पूजा का आपराधिक इतिहास और लगातार बदलते Live-in Relationship पार्टनर्स ने पुलिस को चौंका दिया। पति, देवर, जेठ और अब प्रेमी—पूजा ने चार पुरुषों के साथ संबंध बनाकर अपने मकसद पूरे किए।
पुलिस का कहना है कि यह मामला सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि लंबे समय से चल रही मानसिक और सामाजिक शोषण की श्रेणी में आता है, जिसमें Live-in Relationship का गलत इस्तेमाल हुआ।
पुलिस का बयान
झाँसी एसएसपी ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया:
“पूजा ने अपने लाभ के लिए कई पुरुषों को अपने जाल में फंसाया। यह पूरी तरह से आपराधिक प्रवृत्ति का मामला है जिसमें Live-in Relationship का दुरुपयोग हुआ। अभी भी कुछ और राज खुलने की संभावना है। हम मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं।”
सामाजिक चिंता और कानून की जरूरत
इस मामले ने एक बार फिर Live-in Relationship पर समाज में बहस छेड़ दी है। क्या इस तरह के रिश्तों में महिलाओं या पुरुषों द्वारा अपराध को बढ़ावा मिल रहा है? क्या कानून में ऐसे मामलों को कड़ाई से शामिल किया जाना चाहिए?
समाजशास्त्रियों का कहना है कि Live-in Relationship जैसी व्यवस्थाओं को कानूनी दायरे में लाकर उसमें जवाबदेही तय की जाए, ताकि ऐसे अपराध रोके जा सकें।
झाँसी की यह घटना एक सामान्य घरेलू विवाद नहीं, बल्कि Live-in Relationship के नाम पर किए गए खतरनाक अपराधों की कड़ी है। पूजा ने अपने स्वार्थ के लिए रिश्तों को हथियार बनाकर चार जिंदगियों को बर्बाद किया। इस केस से न केवल पुलिस, बल्कि समाज को भी सबक लेने की जरूरत है।