हाइलाइट्स
- Female Teacher Murder केस ने बांसवाड़ा जिले को दहला दिया, महिला शिक्षक की खुलेआम हत्या
- तलवार से हमला कर आरोपी ने दिनदहाड़े महिला की जान ली, CCTV में कैद हुई वारदात
- मृतका लीला ताबियार का आरोपी महिपाल से था रिश्ता, 2 साल पहले भी हुआ था हमला
- सरकारी नौकरी लगने के बाद रिश्तों में दरार, आरोपी ने किया बदला लेने का ऐलान
- पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी की तलाश में कई टीमें रवाना
घटना का पूरा विवरण: Female Teacher Murder केस की शुरुआत
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से Female Teacher Murder का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यह दर्दनाक घटना तब घटी जब लीला ताबियार नामक सरकारी महिला शिक्षक सुबह बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी। तभी अचानक उसके पूर्व प्रेमी महिपाल भगौरा ने तलवार से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह पूरा घटनाक्रम कुछ ही मिनटों में घटा। आरोपी ने पीड़िता के सिर और गर्दन पर कई वार किए, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। Female Teacher Murder की यह वारदात CCTV कैमरे में भी कैद हो गई है।
लीला और महिपाल का रिश्ता: प्यार से बर्बादी तक
राजस्थान के बांसवाड़ा में पूर्व प्रेमी ने बस स्टैंड पर बैठी सरकारी महिला टीचर का तलवार से मर्डर कर दिया। लीला ताबियार की करीब 8 साल पहले शादी हुई थी। उसका तलाक हो गया था। इसके बाद लीला ने आरोपी महिपाल भगौरा से रिश्ता जोड़ लिया था। लेकिन 2023 में सरकारी नौकरी लगने के बाद लीला की… pic.twitter.com/RW3majAawm
— ReporteR Sahab (@ReporterSahab) July 1, 2025
तलाक के बाद जुड़ा रिश्ता
करीब 8 साल पहले लीला ताबियार की शादी हुई थी लेकिन पारिवारिक कारणों से कुछ ही वर्षों में उसका तलाक हो गया। इसके बाद उसकी मुलाकात महिपाल भगौरा से हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। यह रिश्ता कई वर्षों तक चला लेकिन 2023 में लीला की सरकारी नौकरी लगने के बाद सबकुछ बदल गया।
नौकरी के बाद रिश्तों में आई दरार
महिपाल को यह बर्दाश्त नहीं था कि लीला अब स्वावलंबी हो गई है और उसका जीवन बदल रहा है। Female Teacher Murder की यह पृष्ठभूमि दरअसल एक कुंठित पुरुष की ईर्ष्या का परिणाम थी। कहा जाता है कि महिपाल ने लीला पर नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश की, लेकिन लीला उससे दूर हटती गई। इससे आहत होकर महिपाल ने 2 साल पहले भी उस पर हमला किया था।
आरोपी की पूर्व हमलावर प्रवृत्ति
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, Female Teacher Murder केस का आरोपी महिपाल कोई पहली बार हिंसा में लिप्त नहीं था। दो साल पहले भी उसने लीला पर जानलेवा हमला किया था, लेकिन तब वह किसी तरह बच गई थी। हालांकि लीला ने तब इस संबंध में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की, शायद इसी नरमी का फायदा महिपाल ने उठाया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा
वारदात के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लीला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं आरोपी महिपाल फरार हो गया है। पुलिस ने Female Teacher Murder केस में IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।
बांसवाड़ा एसपी ने बताया कि “हमारे पास स्पष्ट फुटेज है जिसमें आरोपी की पहचान हुई है। जल्दी ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
समाज पर असर और सवाल
Female Teacher Murder सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं बल्कि हमारे समाज की उस सोच को उजागर करता है जिसमें महिला की प्रगति पुरुष की ईगो पर आघात समझी जाती है। लीला ने अपनी जिंदगी को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश की लेकिन एक अस्वस्थ संबंध और असुरक्षित प्रेम ने उसकी जान ले ली।
विशेषज्ञों की राय
मनोवैज्ञानिक विश्लेषण
जयपुर के जाने-माने मनोवैज्ञानिक डॉ. विजय खत्री का मानना है कि Female Teacher Murder जैसा अपराध तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने नियंत्रण खोने के डर से हिंसक हो उठता है। “यह मामला पजेसिव लव सिंड्रोम का उदाहरण हो सकता है, जहाँ व्यक्ति दूसरे की स्वतंत्रता को स्वीकार नहीं कर पाता।”
सवाल जो अब उठ रहे हैं
- लीला ने पहले हमले की रिपोर्ट क्यों नहीं कराई?
- आरोपी को पहले ही गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
- क्या सरकारी महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए अलग प्रोटोकॉल होना चाहिए?
CCTV फुटेज से सामने आए अहम सुराग
Female Teacher Murder केस में CCTV फुटेज से यह पता चला है कि आरोपी पहले से ही तलवार लेकर बस स्टैंड के पास घूम रहा था। उसने लीला को अकेला देखकर उस पर धावा बोल दिया। यह पूर्व नियोजित हत्या प्रतीत हो रही है।
न्याय की प्रतीक्षा में एक और बेटी
Female Teacher Murder ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या महिलाएं आज भी अपने जीवन के फैसले स्वतंत्र रूप से ले सकती हैं? लीला की हत्या सिर्फ उसका अंत नहीं, बल्कि एक सोच का भी अंत है जो यह मानती है कि रिश्तों में बराबरी होनी चाहिए।
अब देखने वाली बात यह होगी कि आरोपी महिपाल को कब तक न्याय के कटघरे में लाया जाता है और क्या यह घटना आने वाले समय में किसी अन्य लीला को बचाने का सबक बनेगी।