हाइलाइट्स
- जंगल में एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर पहुंचे छात्रों ने Jungle Mystery के खौफनाक सच को कैमरे में रिकॉर्ड किया
- कॉलेज की पढ़ाई के बाद युवाओं ने बनाई थी ग्रुप स्टडी की योजना, लोकेशन चुना गया था पास का घना जंगल
- कैमरे में रिकॉर्ड हुआ कुछ ऐसा जिसे देखकर लड़खड़ा गई सबकी सांसें
- ग्रामीणों ने बताया कि उस जंगल में पहले भी हो चुकी हैं कई रहस्यमयी घटनाएं
- स्थानीय प्रशासन और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट कर रहा है जांच, वीडियो हुआ वायरल
जंगल में स्टडी टूर या कुछ और?
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में कॉलेज के 5 छात्रों का एक ग्रुप रविवार को दोपहर के समय ‘एक्स्ट्रा क्लास’ के बहाने जंगल की ओर निकल पड़ा। इरादा था — प्राकृतिक वातावरण में पढ़ाई करना, लेकिन जो कुछ हुआ उसने ‘Jungle Mystery’ की एक और कड़ी जोड़ दी।
इन छात्रों ने जंगल पहुंचकर अपना मोबाइल कैमरा ऑन कर दिया, जिससे न केवल उनकी स्टडी रिकॉर्ड हो सके, बल्कि कुछ शानदार प्राकृतिक दृश्य भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा सकें। लेकिन कैमरा जो रिकॉर्ड कर रहा था, वो इन छात्रों की उम्मीदों से परे था।
क्या था वीडियो में, जिसने सबको हैरान कर दिया?
“कुछ था जो हमारे आसपास घूम रहा था”
वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्र जब एक पेड़ के नीचे बैठकर अध्ययन कर रहे थे, तभी अचानक कैमरे में एक सफेद परछाई तेज़ी से घूमती हुई दिखाई दी। शुरू में छात्रों को लगा कि ये रोशनी का भ्रम है, लेकिन कैमरा बार-बार उस परछाई को रिकॉर्ड करता रहा। इस फुटेज ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया और ‘Jungle Mystery’ टॉप ट्रेंड में आ गया।
छात्र बोले – “ऐसा लगा जैसे कोई हमें देख रहा हो”
छात्रों में से एक, अंशुल, जो कि बीएससी अंतिम वर्ष का छात्र है, ने कहा:
“हम सिर्फ पढ़ाई करने गए थे, लेकिन अचानक ऐसा महसूस हुआ जैसे कोई हमारी हर गतिविधि को देख रहा हो। कैमरा बाद में चेक किया तो यकीन नहीं हुआ कि हमने जो देखा वो सच में रिकॉर्ड भी हो गया।”
वह जंगल: रहस्य और डर का अड्डा
ग्रामीणों की चेतावनी
गांव वालों का कहना है कि उस जंगल में पहले भी अजीब घटनाएं हो चुकी हैं। पशुओं का गायब हो जाना, रात में चीखों की आवाजें, और कभी-कभी बिना कारण मोबाइल नेटवर्क का बंद हो जाना – ये सब ‘Jungle Mystery’ का हिस्सा रहे हैं।
एक बुजुर्ग ग्रामीण ने बताया:
“उस इलाके में पहले भी दो युवक लापता हो चुके हैं। प्रशासन ने बहुत ढूंढा लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। अब फिर कुछ वैसा ही कैमरे में आया है।”
प्रशासन और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट अलर्ट
जांच के आदेश, टीम मौके पर
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को जांच के आदेश दिए हैं। एक टीम को सोमवार सुबह जंगल में भेजा गया। फॉरेस्ट ऑफिसर सुनील कुमार ने कहा:
“हम जंगल के उस हिस्से की जांच कर रहे हैं। कैमरे में जो दिखा, वह किसी प्राकृतिक परिघटना का हिस्सा हो सकता है, लेकिन हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं।”
सोशल मीडिया पर मचा भूचाल
इनलोगों के पास कोई और काल नहीं है कहीं भी मोबाइल का कैमरा चालू करके पहुंच जाते हैं?
कॉलेज की पढ़ाई के बाद एक्स्ट्रा क्लास करने जंगल में गए थे ये स्टूडेंट !!#ViralVideo #Soshalmidia pic.twitter.com/ENine2eutK— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) July 2, 2025
ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #JungleMystery
इस वीडियो के वायरल होते ही #JungleMystery ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। लोग इस फुटेज को “सबसे रहस्यमयी जंगल क्लास” कहकर साझा कर रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे CGI बताया तो कुछ ने कहा कि भारत में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जिनका रहस्य अब तक अनसुलझा है।
विशेषज्ञों की राय
“यह कोई अलौकिक घटना हो सकती है या…”
परामनोविज्ञान (Paranormal Studies) के विशेषज्ञ डॉ. अनिरुद्ध श्रीवास्तव ने बताया:
“वीडियो की क्लिपिंग देखने के बाद कहा जा सकता है कि यह घटना सामान्य नहीं है। ऐसी घटनाएं ज्यादातर उन जगहों पर होती हैं जहां वातावरण में उथल-पुथल होती है। ‘Jungle Mystery’ से जुड़े इस वीडियो को जांचना जरूरी है, क्योंकि यह छात्रों की सुरक्षा का भी सवाल है।”
इससे पहले भी हो चुके हैं ऐसे केस
पुरानी घटनाएं जो ‘Jungle Mystery’ से जुड़ी हैं
- 2019 में मध्यप्रदेश के एक जंगल में ट्रेकिंग के दौरान दो लोगों ने रोशनी के गोले देखे थे
- 2021 में असम के बराक घाटी जंगल में पर्यटकों का कैमरा अचानक फ्रीज़ हो गया था
- 2023 में छत्तीसगढ़ में ट्राइबल छात्रों ने ‘अनदेखे जीव’ की फोटो खींची थी
माता-पिता की चिंता
छात्रों के माता-पिता अब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं बच्चों की ‘ग्रुप स्टडी’ किसी खतरे में ना बदल जाए। सोशल मीडिया पर इस घटना के बाद कई माता-पिता ने प्रशासन से जंगल में छात्रों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग की है।
‘Jungle Mystery’ सिर्फ एक ट्रेंडिंग कीवर्ड नहीं है, बल्कि यह भारत के जंगलों से जुड़े ऐसे अनकहे सच को सामने लाता है जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। यह घटना न केवल छात्रों की जागरूकता का विषय है, बल्कि वैज्ञानिक, प्रशासनिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी गंभीर जांच की मांग करती है।