हाइलाइट्स
- Love Marriage के नाम पर रिश्तों की मर्यादा तार-तार, चाची ने किया भतीजे से विवाह
- मंदिर में रचाई शादी, पति और बच्ची को बिना बताए छोड़ चली गई चाची
- पति सामने खड़ा रहा और चाची ने दूसरे से लिए सात फेरे
- गांव में मचा हड़कंप, रिश्तेदार और समाज दोनों रह गए स्तब्ध
- Love Marriage की यह घटना अब बन चुकी है सोशल मीडिया पर वायरल मुद्दा
रिश्तों की सीमा लांघी: जब चाची ने भतीजे से की Love Marriage
बिहार के वैशाली जिले के सदर थाना क्षेत्र के सिकहरिया गांव से एक ऐसी Love Marriage की खबर सामने आई है जिसने समाज, रिश्ते और संस्कृति सभी को झकझोर कर रख दिया है। आमतौर पर प्रेम विवाह को आधुनिक समाज की स्वीकृति मिल रही है, लेकिन जब यह विवाह रिश्तों की मर्यादा तोड़कर हो, तब प्रश्नचिह्न खड़े होना स्वाभाविक है।
इस बार मामला प्रेम या सहमति का नहीं, बल्कि रिश्तों की पवित्रता को तोड़ने का है। विशाल दुबे की पत्नी आयुषी कुमारी ने अपने ही गांव के भतीजे से प्रेम विवाह कर लिया। हैरानी की बात यह रही कि जब यह शादी हो रही थी, उस वक्त उसका पहला पति और बच्ची वहीं खड़े थे, और वह चुपचाप यह सब होते देखते रहे।
घटनाक्रम: कब, कहां और कैसे हुआ Love Marriage?
शुक्रवार की देर शाम सिकहरिया गांव में यह घटना तब घटी जब आयुषी कुमारी ने गांव के ही एक युवक से मंदिर में Love Marriage कर ली। यह युवक उसका रिश्ते में भतीजा बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार आयुषी और युवक के बीच पिछले कुछ समय से प्रेम संबंध थे, और दोनों ने एक-दूसरे से शादी करने का निर्णय लिया।
मंदिर में हुए इस विवाह में कुछ नजदीकी लोग मौजूद थे, और चौंकाने वाली बात यह थी कि आयुषी के पहले पति विशाल दुबे भी वहीं खड़े थे लेकिन किसी भी प्रकार की रोक-टोक नहीं की। शादी के बाद आयुषी ने साफ कहा –
“अब यही नया वाला ही सबकुछ है, मैं उसी के साथ रहूंगी।”
दुनिया चली तबाही की ओर !!
प्रेमी-प्रेमिका के भागकर एक-दूसरे से विवाह करने की घटना तो बहुत सुनी होगी लेकिन इस बार एक आश्चर्यजनक घटना सामने आई है !!जिसने रिश्ते को तार-तार कर दिया, चाची ने अपने भतीजे से अपने पति और बच्ची को छोड़कर विवाह रचा लिया, शादी के बाद बोली कि नया वाला ही… pic.twitter.com/IIOWjdFYCx
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) June 22, 2025
समाज में उभरा असहज माहौल
इस Love Marriage ने गांव में असहजता फैला दी है। कुछ लोग इसे महिला की स्वतंत्रता बता रहे हैं, तो कुछ इस रिश्ते को “असभ्य और घृणित” करार दे रहे हैं। गांव के बुजुर्गों और महिलाओं का कहना है कि समाज में जब चाची-भतीजे जैसे रिश्ते को भी विवाह का रूप दिया जाने लगे, तब सामाजिक ढांचा खतरे में पड़ जाता है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा—
“अब तो रिश्तों की कोई मर्यादा नहीं बची। चाची ने जिसे बचपन से गोद में खिलाया, उससे ही विवाह कर लिया। ये कैसा जमाना आ गया है?”
कानून क्या कहता है Love Marriage पर?
हालांकि भारत के हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के अनुसार, जब तक दंपति रक्त संबंध में नहीं आते, तब तक विवाह कानूनी रूप से वैध है। लेकिन सामाजिक मान्यताओं के अनुसार, भतीजा और चाची का रिश्ता अत्यंत सम्मानजनक होता है जिसे विवाह में बदलना नैतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से स्वीकार नहीं किया जा सकता।
Love Marriage का कानून समर्थन करता है, लेकिन ऐसे विवाहों पर सामाजिक विवाद निश्चित रूप से उत्पन्न होते हैं।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
जैसे ही यह खबर स्थानीय स्तर से वायरल हुई, सोशल मीडिया पर इस पर Love Marriage हैशटैग के साथ बहस छिड़ गई। कुछ लोग इसे “प्रेम की जीत” बता रहे हैं, तो कुछ इसे भारतीय पारिवारिक संस्कृति की हार।
ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर इस खबर को लेकर मीम्स से लेकर गहन चर्चाएं हो रही हैं। कई लोगों ने यह भी पूछा है कि अगर चाची ने ऐसा किया है, तो क्या आने वाले दिनों में भाई-बहन जैसे पवित्र रिश्ते भी सुरक्षित रहेंगे?
मनोवैज्ञानिक विश्लेषण
मनोरोग विशेषज्ञों का कहना है कि कई बार Love Marriage की आड़ में लोग अपने आत्मिक या मानसिक असंतुलन को भी सही ठहराने की कोशिश करते हैं। जब इंसान प्रेम के नाम पर नैतिक और पारिवारिक सीमाओं को लांघता है, तब वह असामाजिकता की ओर बढ़ रहा होता है।
पति की चुप्पी ने भी खड़े किए सवाल
इस पूरी घटना में एक पहलू जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रहा वह था पहले पति का मौन रहना। जब उसकी पत्नी मंदिर में किसी और से विवाह कर रही थी, तब वह चुपचाप खड़ा था। लोगों को यह समझ नहीं आया कि वह क्यों कुछ नहीं बोला?
क्या यह उसकी स्वीकृति थी? या वह सामाजिक अपमान के डर से चुप रहा?
Love Marriage या Lust Marriage?
इस घटना ने यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि क्या यह Love Marriage वास्तव में प्रेम का परिणाम थी या फिर शारीरिक आकर्षण का एक भ्रामक रूप? जब रिश्ते इस कदर बिखरने लगें तो समाज को गंभीरता से आत्मचिंतन करना चाहिए।
Love Marriage को समाज में धीरे-धीरे स्वीकृति मिल रही है, लेकिन जब यह विवाह उन रिश्तों के दायरे में हो जो सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से पवित्र माने जाते हैं, तब इसे केवल व्यक्तिगत स्वतंत्रता नहीं माना जा सकता।
इस घटना ने समाज को एक गहरी चोट दी है और यह चेतावनी भी दी है कि अगर हम रिश्तों की मर्यादा नहीं समझेंगे, तो पारिवारिक ताना-बाना हमेशा के लिए बिखर सकता है