हाइलाइट्स
- Cyber Crime का नया मामला, शिक्षक से ठगों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर मांगे 4 लाख रुपए
- अनपरा के गणित शिक्षक को भेजा गया फर्जी गिरफ्तारी वारंट, ठग ने खुद को एसपी बताया
- बैंककर्मियों की सतर्कता से शिक्षक के पैसे ठगों तक नहीं पहुंचे
- पुलिस ने बैंक खाते सीज कर मोबाइल को कराया फॉर्मेट
- साइबर सेल और पुलिस की अपील- Cyber Crime से बचने के लिए सतर्क रहें और 1930 पर करें शिकायत
घटनास्थल: सोनभद्र का अनपरा बना Cyber Crime का नया शिकार
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के अनपरा कस्बे से एक दिल दहला देने वाला Cyber Crime सामने आया है। यहां के एक निजी स्कूल में गणित पढ़ाने वाले धर्मेंद्र कुमार मिश्रा को एक दिन अचानक एक फोन कॉल आया, जिसने उनकी जिंदगी के अगले कुछ घंटे पूरी तरह बदल दिए।
फोन करने वाले ने खुद को ठाणे, महाराष्ट्र के एसपी बताते हुए कहा कि उन पर Ashleel Video देखने और उसे प्रसारित करने का गंभीर आरोप है। साथ ही एक Digital Arrest वारंट भी व्हाट्सएप पर भेज दिया गया।
4 लाख रुपए की डिमांड, शिक्षक को किया मानसिक रूप से परेशान
शिक्षक से कहा गया कि अगर वे इस गिरफ्तारी से बचना चाहते हैं, तो उन्हें 4 लाख रुपए देने होंगे। इस Cyber Crime में भय और मानसिक दबाव का ऐसा चक्रव्यूह रचा गया था कि एक सम्मानित शिक्षक भी ठगों के जाल में फंसते-फंसते बचा।
धर्मेंद्र मिश्रा ने इस पैसे को चुकाने के लिए एचडीएफसी बैंक से लोन लेने का मन बना लिया। लेकिन यहीं से कहानी में आया एक मोड़, जिसने उन्हें एक बड़ी ठगी से बचा लिया।
बैंककर्मियों की सतर्कता: जब पुराने छात्र बने जीवनरक्षक
धर्मेंद्र जैसे ही एचडीएफसी बैंक पहुंचे, बैंक में कार्यरत कुछ कर्मचारी उनके पुराने छात्र निकले। शिक्षक के चेहरे पर भय और तनाव देखकर उन्होंने तुरंत कारण जानना चाहा, लेकिन शिक्षक कुछ स्पष्ट नहीं बता सके।
बैंककर्मियों को शक हुआ और उन्होंने स्कूल प्रबंधन को सूचित किया। स्कूल प्रशासन ने बिना समय गंवाए पुलिस को खबर दी, जिससे Cyber Crime की यह साजिश वक्त रहते बेनकाब हो गई।
पुलिस की फुर्ती: मोबाइल ट्रेसिंग और खातों को कराया सीज
उधर, इस बीच शिक्षक की बेटी ने पुलिस में मोबाइल चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल ट्रेस किया तो चौंकाने वाला सच सामने आया—जिस मोबाइल से कॉल और व्हाट्सएप संदेश भेजे गए थे, वह मोबाइल शिक्षक के ही घर में मौजूद था।
यह स्पष्ट हो गया कि किसी ने रिमोट एक्सेस के माध्यम से मोबाइल को कंट्रोल किया है। अनपरा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एचडीएफसी और केनरा बैंक के उन खातों को तत्काल सीज करवा दिया, जहां पैसे ट्रांसफर किए जा सकते थे।
शिक्षक का मोबाइल फॉर्मेट, डेटा भी कराया डिलीट
पुलिस ने शिक्षक का मोबाइल भी फॉर्मेट करवा दिया ताकि ठगों के पास कोई संवेदनशील जानकारी या डेटा न पहुंचे। इस कार्रवाई से न केवल शिक्षक के पैसे सुरक्षित बचे, बल्कि ठगों के नेटवर्क पर भी पुलिस की नज़र पड़ी।
अधिकारी की अपील: Cyber Crime से बचने के लिए 1930 पर करें कॉल
पिपरी क्षेत्राधिकारी अमित कुमार ने बताया कि थाना प्रभारी शिवप्रताप वर्मा और उनकी टीम ने तत्परता से कार्य किया। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल, वीडियो कॉल, ईमेल या संदेश से सतर्क रहें।
अगर कोई खुद को पुलिस अधिकारी या सरकारी एजेंसी का व्यक्ति बताकर आपसे पैसे मांगता है, तो तुरंत Cyber Crime हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
क्या है Digital Arrest और कैसे हो रहा इसका इस्तेमाल Cyber Crime में?
डिजिटल अरेस्ट क्या है?
‘Digital Arrest’ एक नया साइबर फ्रॉड है, जिसमें ठग किसी व्यक्ति को वीडियो कॉल या मैसेज के माध्यम से डराते हैं कि उनके खिलाफ FIR दर्ज है और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तारी से बचने के लिए मोटी रकम मांगी जाती है।
कैसे बचें इस जाल से?
- कभी भी किसी अनजान नंबर से आई कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी न दें।
- यदि कोई खुद को अधिकारी बताकर डराने का प्रयास करे, तो पहले उस थाने या एजेंसी की पुष्टि करें।
- बैंकिंग से जुड़ी जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- अपने मोबाइल में किसी को रिमोट एक्सेस न दें।
देशभर में बढ़ रहे हैं ऐसे Cyber Crime के मामले
पिछले कुछ वर्षों में भारत में Cyber Crime के मामलों में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है। NCRB रिपोर्ट्स के अनुसार, हर साल लाखों लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इनमें से कई मामलों में Digital Arrest और Sextortion जैसी चालों का इस्तेमाल किया गया है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
यह मामला इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि आज के दौर में Cyber Crime कितना परिष्कृत और खतरनाक हो गया है। समाज के शिक्षित वर्ग को भी इन जालों में फंसाने की साजिश रची जा रही है। ऐसे में हमारी जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।
पुलिस और साइबर विभाग की तत्परता ने इस बार एक मासूम शिक्षक को बचा लिया, लेकिन जरूरी है कि हम सभी ऐसे किसी Cyber Crime से पहले ही सचेत रहें और अपनी डिजिटल सुरक्षा को लेकर गंभीर रहें।