हाइलाइट्स
- Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case: राजा रघुवंशी हत्याकांड में संजय वर्मा की एंट्री से जांच को मिला नया मोड़
- सोनम और संजय वर्मा के बीच एक महीने में हुई 234 बार कॉल
- सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी के दिन अचानक बंद हो गया संजय का मोबाइल नंबर
- शिलॉन्ग पुलिस ने इंदौर स्थित सोनम के घर पर की दो घंटे लंबी पूछताछ
- हनीमून पर पति की हत्या के बाद अब मामले में साजिश के और गहरे सुराग
इंदौर/शिलॉन्ग। राजा रघुवंशी हत्याकांड अब केवल एक साधारण पारिवारिक विवाद नहीं रहा, बल्कि इसमें लगातार हो रहे खुलासों से यह देशभर में सुर्खियों में आ गया है। इस सनसनीखेज मामले में अब एक नया नाम सामने आया है — Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case।
जहां पहले तक यह माना जा रहा था कि हत्या सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी और दोस्तों के साथ मिलकर की, अब जांच में सामने आया है कि सोनम की घंटों बातचीत किसी संजय वर्मा नामक शख्स से होती थी। पुलिस और जांच एजेंसियों की नजरें अब इसी नाम पर टिक गई हैं।
234 बार की गई कॉल, हर दिन 8 बार संपर्क
मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम रघुवंशी और Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case के बीच 1 मार्च से 8 अप्रैल तक 234 बार बातचीत हुई। यानी औसतन हर दिन आठ बार कॉल की गई। यह डेटा न केवल इस मामले को और जटिल बनाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि संजय वर्मा कोई साधारण संपर्क नहीं था।
गिरफ्तारी के दिन बंद हो गया नंबर
एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि 8 जून को रात 11:20 बजे वह मोबाइल नंबर जिसे सोनम बार-बार कॉल कर रही थी, अचानक बंद हो गया। यही वह दिन था जब सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया था।
क्या यह महज संयोग था या योजना के तहत नंबर को बंद किया गया? पुलिस की जांच अब Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case की कड़ी से जुड़ी हुई है।
परिवार ने नकारा संजय वर्मा का अस्तित्व
शिलॉन्ग पुलिस जब इंदौर में सोनम के घर पहुंची, तो उन्होंने सोनम के भाई गोविंद से संजय वर्मा के बारे में पूछा। लेकिन गोविंद ने इस नाम से किसी भी व्यक्ति को पहचानने से इंकार कर दिया।
यदि परिवार इस नाम से अनजान है, तो सवाल यह उठता है कि आखिर Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case कौन है? और सोनम के जीवन में उसकी क्या भूमिका थी?
हनीमून के बहाने रची गई थी हत्या की साजिश
11 मई को शादी के बाद सोनम अपने पति राजा रघुवंशी को मेघालय हनीमून पर लेकर गई। 23 मई को चेरापूंजी की खूबसूरत वादियों में जब दोनों स्कूटी पर घूमने निकले, तब सोनम ने सुनसान स्थान पर पहले से बुलाए गए हत्यारों — विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी — के साथ मिलकर राजा की हत्या कर दी।
इसके बाद शव को खाई में फेंक दिया गया, जो 2 जून को मिला। सोनम को 8 जून को गिरफ्तार किया गया।
अब तक की जांच में सामने आए प्रमुख आरोपी
- सोनम रघुवंशी – मुख्य आरोपी, जिसने हत्या की योजना बनाई
- राज कुशवाहा – प्रेमी, जो भाड़े के हत्यारों से जुड़ा बताया जा रहा है
- विशाल चौहान, आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी – हत्या को अंजाम देने वाले
- Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case – अब तक रहस्यमय चेहरा, जिसकी भूमिका अब सबसे संदिग्ध
क्या संजय वर्मा था मास्टरमाइंड या भ्रामक पात्र?
इस पूरे घटनाक्रम में Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case की भूमिका अभी तक अस्पष्ट है। कॉल डिटेल्स, नंबर का अचानक बंद होना, और परिवार का इनकार — यह सारे तथ्य यह संकेत देते हैं कि यह शख्स इस पूरे हत्याकांड में या तो सीधे तौर पर शामिल था या फिर इसके पीछे की साजिश का हिस्सा।
पुलिस की अगली कार्रवाई और प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा
शिलॉन्ग पुलिस ने बताया है कि वह जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में और खुलासे करेगी। यह उम्मीद की जा रही है कि इसमें Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case को लेकर कुछ ठोस तथ्य सामने आएंगे।
सोनम की मानसिक स्थिति पर भी उठे सवाल
मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी की मानसिक स्थिति, भावनात्मक अस्थिरता और पुराने आघातों की भी भूमिका होती है। सोनम के परिवार और पूर्व संबंधों की भी जांच की जा रही है ताकि Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case की सच्चाई सामने लाई जा सके।
यह मामला अभी अधूरा है
राजा रघुवंशी की निर्मम हत्या की यह कहानी अब एक बहुस्तरीय साजिश का रूप ले चुकी है। Sanjay Varma in Sonam Raghuvanshi Case इस रहस्य को और गहरा बना रहा है। पुलिस की अगली कार्रवाई और कॉल डेटा की छानबीन से यह स्पष्ट हो पाएगा कि संजय वर्मा मास्टरमाइंड था, साधारण प्रेमी, या फिर किसी और साजिश का शिकार।