Covid Vaccine

रिसर्च में खुलासा! कोविड वैक्सीन ने किडनी के मरीजों की जान बचाने में निभाई अहम भूमिका, डायलिसिस और मौत का खतरा घटा

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हाइलाइट्स

  • Covid Vaccine से जुड़ी यूसीएलए की नई रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा
  • जिन मरीजों को Covid Vaccine लगी थी, उन्हें डायलिसिस की जरूरत बेहद कम पड़ी
  • एक्यूट किडनी इंजरी वाले मरीजों में Covid Vaccine ने घटाया मौत का खतरा
  • बिना Covid Vaccine वाले मरीजों में 5.5 गुना अधिक रहा मृत्यु का खतरा
  • रिसर्च में शामिल 3,500 में से 972 मरीजों को थी किडनी की गंभीर समस्या

Covid Vaccine को लेकर एक बार फिर सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-लॉस एंजिल्स (यूसीएलए) ने शुक्रवार, 13 जून को एक पीयर-रिव्यूड रिसर्च जारी की है, जो कोविड संक्रमित मरीजों में एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) और Covid Vaccine के प्रभाव के संबंध में नई जानकारी देती है।

इस रिसर्च में स्पष्ट किया गया है कि जिन मरीजों को पहले से Covid Vaccine लगी थी, वे अस्पताल से जल्दी डिस्चार्ज हुए, उन्हें डायलिसिस की आवश्यकता कम पड़ी और उनकी मृत्यु की आशंका भी टीका न लेने वालों की तुलना में काफी कम रही।

 रिसर्च से जुड़े मुख्य बिंदु

क्या है एक्यूट किडनी इंजरी?

एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किडनी अचानक काम करना बंद कर देती है या उसकी कार्यक्षमता बहुत घट जाती है। यह स्थिति गंभीर कोविड संक्रमण के दौरान आमतौर पर देखी जाती है। रिसर्च में सामने आया है कि करीब 46% कोविड मरीजों को यह स्थिति हो सकती है। अगर यह बढ़ जाए तो मरीज को डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है, जो जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है।

वैक्सीन लेने वाले और न लेने वाले मरीजों में अंतर

यूसीएलए की इस रिसर्च में 3,500 कोविड संक्रमित मरीजों का विश्लेषण किया गया, जिनमें से 972 को एक्यूट किडनी इंजरी हुई थी। इनमें से 411 मरीजों ने Covid Vaccine नहीं लगवाई थी, जबकि 467 मरीजों को दो डोज फाइजर या मॉडर्ना की या एक डोज जॉनसन एंड जॉनसन की Covid Vaccine लग चुकी थी।

 टीका लगवाने से कैसे घटा खतरा?

वैक्सीन वालों को कम पड़ी डायलिसिस की जरूरत

रिसर्च में बताया गया कि केवल 10.9% वैक्सीन लगाए मरीजों को ही खास प्रकार की डायलिसिस—CRRT (Continuous Renal Replacement Therapy)—की जरूरत पड़ी, जबकि बिना वैक्सीन वाले मरीजों में यह आंकड़ा 15.8% रहा।

वैक्सीन वालों की जान बचने की संभावना ज्यादा

बिना वैक्सीन के मरीजों की मौत की संभावना 5.54 गुना ज्यादा रही। वहीं, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी उन्हें CRRT की आवश्यकता 2.56 गुना अधिक रही। इसकी तुलना में जिन मरीजों को Covid Vaccine लगी थी, उनकी रिकवरी बेहतर रही और जान जाने का खतरा 4.78 गुना कम पाया गया।

 विशेषज्ञों की राय

यूसीएलए डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर और रिसर्च की प्रमुख लेखिका डॉ. निलोफर नोबख्त ने कहा:

Covid Vaccine एक प्रभावशाली सुरक्षा कवच है, खासकर उन मरीजों के लिए जिन्हें कोविड के दौरान किडनी संबंधी जटिलताएं हुईं। इससे गंभीर समस्याओं का खतरा बहुत हद तक टल सकता है।”

उन्होंने आगे कहा कि:

“यह वैक्सीन सिर्फ संक्रमण से नहीं बचाती, बल्कि इसके दूरगामी दुष्प्रभावों को भी काफी हद तक नियंत्रित करती है।”

 आम जनता के लिए क्या सबक है?

डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी

डॉ. नोबख्त की मानें तो लोगों को अपने डॉक्टर से मिलकर यह समझना चाहिए कि Covid Vaccine लगवाना क्यों जरूरी है। इसके फायदे सिर्फ कोविड संक्रमण से सुरक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि यह दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।

 CRRT: गंभीर मरीजों के लिए विशेष डायलिसिस

Continuous Renal Replacement Therapy (CRRT) एक उन्नत डायलिसिस प्रक्रिया है जो ICU में भर्ती गंभीर रूप से बीमार मरीजों को दी जाती है। इसमें धीरे-धीरे और लगातार रक्त से अपशिष्ट पदार्थ निकाले जाते हैं, जिससे मरीज के शरीर पर कम दबाव पड़ता है।

Covid Vaccine लगे मरीजों को इस कठिन चिकित्सा पद्धति की जरूरत कम पड़ी, जिससे यह साबित होता है कि वैक्सीन गंभीर जटिलताओं से बचाने में कारगर है।

Covid Vaccine की अहमियत और भी बढ़ी

यूसीएलए की यह रिसर्च एक बार फिर साबित करती है कि Covid Vaccine सिर्फ संक्रमण से ही नहीं, बल्कि कोविड से जुड़ी गंभीर बीमारियों से भी बचाव करती है। किडनी से जुड़ी समस्याओं में Covid Vaccine की भूमिका निर्णायक बनकर उभरी है।

जिन मरीजों को वैक्सीन लगी थी, वे तेजी से ठीक हुए, उन्हें डायलिसिस की आवश्यकता नहीं पड़ी और उनकी जान बचने की संभावना भी काफी अधिक रही। यह रिसर्च आम जनता और मेडिकल फ्रेटरनिटी दोनों के लिए चेतावनी और सलाह है कि Covid Vaccine को लेकर अब कोई लापरवाही न बरती जाए।

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