हाइलाइट्स
- Covid Cases In India को लेकर एक बार फिर देशभर में सतर्कता बढ़ाई जा रही है।
- केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक में संक्रमण के मामलों में तेज़ उछाल दर्ज।
- INSACOG की रिपोर्ट में JN.1 और LF.7 वैरिएंट को बताया गया प्रमुख कारण।
- अब तक 7 लोगों की मौत, पर विशेषज्ञों के अनुसार गंभीरता कम।
- लॉकडाउन की संभावना कम, लेकिन सरकारें निगरानी के मोड में।
कोविड की वापसी: फिर सतर्क होने का समय
भारत में Covid Cases In India एक बार फिर चर्चा में हैं। कोरोना की लहर भले ही पहले जैसी भयावह न हो, लेकिन देश के कई हिस्सों में अचानक से संक्रमण के मामलों में इज़ाफा चिंता का विषय बन गया है। इस बार महामारी के दो नए वैरिएंट – JN.1 और LF.7 – मुख्य रूप से जिम्मेदार माने जा रहे हैं। INSACOG की ताज़ा रिपोर्ट में इन वैरिएंट्स को ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट बताया गया है, जो तेज़ी से फैलने की क्षमता रखते हैं।
केरल बना नया कोविड हॉटस्पॉट
सबसे अधिक मामले राजधानी तिरुवनंतपुरम में
Covid Cases In India के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, केरल में सबसे अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं। अब तक कुल 430 केस रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें से ज़्यादातर तिरुवनंतपुरम से हैं। चिंता की बात यह है कि कई मरीज हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे हैं। यह संक्रमण की वैश्विक श्रृंखला की ओर इशारा करता है।
7 मौतें, जिनमें 4 महाराष्ट्र से
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, केरल में दो और महाराष्ट्र में चार लोगों की कोविड से मौत हो चुकी है। एक मौत अन्य राज्य में दर्ज की गई है। इस तरह से Covid Cases In India के चलते पिछले एक सप्ताह में कुल 7 लोगों की जान जा चुकी है।
दिल्ली और मुंबई में भी बढ़े केस
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और वित्तीय राजधानी मुंबई में भी Covid Cases In India की संख्या में इज़ाफा हुआ है। अस्पतालों में टेस्टिंग बढ़ा दी गई है और होम आइसोलेशन की सलाह दी जा रही है। फिलहाल ज़्यादातर मरीजों को गंभीर लक्षण नहीं हैं, लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि सतर्कता ज़रूरी है।
RT-PCR टेस्ट फिर हुआ अनिवार्य
कुछ राज्यों में विदेश से लौटने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट को फिर से अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की अपील की जा रही है, हालांकि इसे अनिवार्य नहीं किया गया है।
INSACOG की रिपोर्ट: नए वैरिएंट की गंभीरता कम
INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) ने जो जानकारी साझा की है, उसके अनुसार Covid Cases In India इस बार दो नए वैरिएंट्स – JN.1 और LF.7 – के कारण बढ़ रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इन वैरिएंट्स की गंभीरता पहले की तुलना में कम है। अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं।
क्या दोबारा लग सकता है लॉकडाउन?
सोशल मीडिया पर Covid Cases In India को लेकर लॉकडाउन की अटकलें तेज़ हो गई हैं। लोग डर और अफवाहों के कारण जरूरी सामान स्टोर करने लगे हैं। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिलहाल किसी भी प्रकार के लॉकडाउन की संभावना से इनकार किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का स्पष्टीकरण
मंत्रालय ने कहा है कि जब तक मृत्यु दर में खतरनाक स्तर की वृद्धि नहीं होती और स्वास्थ्य सुविधाएं चरमराने नहीं लगतीं, तब तक लॉकडाउन जैसे कड़े कदम नहीं उठाए जाएंगे। अभी की स्थिति में संक्रमण दर ज़रूर बढ़ी है, लेकिन गंभीरता और मृत्यु दर काफी कम है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां तेज़
Covid Cases In India के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं। कई राज्यों में कोविड हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं और अस्पतालों को कोविड वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
वैक्सीनेशन फिर से हो रहा है प्रोत्साहित
विशेषज्ञों और सरकार द्वारा बुज़ुर्गों और कोमॉर्बिड मरीजों के लिए बूस्टर डोज़ की सिफारिश की जा रही है। कई जगहों पर वैक्सीनेशन कैंप भी लगाए जा रहे हैं ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।
जनता को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें।
- हाथों की स्वच्छता बनाए रखें।
- हल्के लक्षण होने पर भी टेस्ट करवाएं।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- अफवाहों से बचें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
Covid Cases In India एक बार फिर देश में सुर्खियां बटोर रहे हैं। हालांकि हालात अभी नियंत्रण में हैं, लेकिन लापरवाही घातक साबित हो सकती है। सरकारें अलर्ट मोड में हैं और नागरिकों से सतर्कता बनाए रखने की अपील की जा रही है। महामारी के अनुभव ने हमें सिखाया है कि समय रहते उठाए गए कदम ही भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।