हाइलाइट्स
- वाराणसी से Pakistani Spy Arrested, यूपी ATS ने की बड़ी कार्रवाई
- गिरफ्तार युवक तुफैल आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़ा था
- भारत के धार्मिक स्थलों की तस्वीरें पाकिस्तान भेजता था
- 600 से अधिक पाकिस्तानी नंबरों से था संपर्क
- सोशल मीडिया के ज़रिये पाकिस्तानी महिला के संपर्क में आया था
देश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यूपी एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। आरोपी का नाम तुफैल है, और उसे “Pakistani Spy Arrested” की कड़ी में एक अहम गिरफ्तारी माना जा रहा है। यह गिरफ्तारी उस वक्त हुई है जब देश में आतंकी नेटवर्क की सक्रियता को लेकर सतर्कता पहले से ही बढ़ी हुई है।
कौन है तुफैल और क्या है उसका पाकिस्तान से संबंध?
तुफैल वाराणसी का रहने वाला है और पिछले कुछ महीनों से वह संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था। एटीएस को उसके खिलाफ गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद उस पर नजर रखी गई और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सोशल मीडिया बना जासूसी का जरिया
तुफैल सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान के कई संदिग्धों के संपर्क में था। बताया जा रहा है कि वह Facebook के ज़रिए फैसलाबाद की रहने वाली एक पाकिस्तानी महिला नफीसा से जुड़ा था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में कार्यरत है। यहीं से उसकी जासूसी गतिविधियों की शुरुआत हुई।
भारत के धार्मिक स्थलों की जानकारी पाकिस्तान भेजी
तुफैल ने भारत के कई संवेदनशील धार्मिक स्थलों जैसे राजघाट, ज्ञानवापी, जामा मस्जिद, नमोघाट, लाल किला और निजामुद्दीन औलिया की तस्वीरें और लोकेशन डिटेल्स पाकिस्तान में स्थित अपने संपर्कों को भेजीं। यह जानकारी सीधे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों और आतंकी संगठनों तक पहुंच रही थी।
तहरीक-ए-लब्बैक और गजवा-ए-हिंद का एजेंडा
तुफैल न केवल सूचनाएं भेज रहा था, बल्कि उसने पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के प्रचार-प्रसार में भी भूमिका निभाई। वह मौलाना शाद रिज़वी के वीडियो और संदेशों को व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर करता था, जिसमें ‘गजवा ए हिन्द’ और ‘भारत में शरीयत लागू करने’ की बातें शामिल थीं।
आतंक का नेटवर्क: 600 पाकिस्तानी नंबरों से संपर्क
जांच में सामने आया कि तुफैल 600 से अधिक पाकिस्तानी मोबाइल नंबरों से संपर्क में था। वह इन नंबरों पर न केवल सूचनाएं भेजता था, बल्कि कई भारतीय युवाओं को भी इस नेटवर्क में जोड़ने की कोशिश कर रहा था। उसने वाराणसी के कई लोगों को भी इन पाकिस्तानी ग्रुप्स में जोड़ने का प्रयास किया।
ATS की जांच और अब तक की कार्रवाई
यूपी एटीएस ने तुफैल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उसके मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट्स और चैट हिस्ट्री की गहन जांच की जा रही है। ATS यह पता लगाने में जुटी है कि तुफैल का नेटवर्क कितना बड़ा है और उसमें कौन-कौन शामिल हैं।
क्या हो सकता है सज़ा?
अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो तुफैल पर भारत सरकार अधिनियम की धारा 121A (देशद्रोह की साजिश), UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) और आईटी एक्ट के तहत गंभीर धाराएं लग सकती हैं, जिसमें आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
क्या यह अकेला मामला है?
तुफैल की गिरफ्तारी से पहले हरियाणा के हिसार से यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी Pakistani Spy Arrested के तहत पकड़ा गया था। ज्योति कई बार पाकिस्तान यात्रा कर चुकी थी और उसके पाकिस्तान के खुफिया तंत्र से जुड़ाव की आशंका जताई गई थी।
यह दर्शाता है कि पाकिस्तान द्वारा भारत में स्लीपर सेल्स और जासूसी नेटवर्क खड़ा करने की कोशिशें लगातार जारी हैं। अब तक करीब एक दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो Pakistani Spy Arrested ऑपरेशन का हिस्सा हैं।
चौकसी ज़रूरी है
Pakistani Spy Arrested की घटनाएं बार-बार यह चेतावनी दे रही हैं कि भारत की आंतरिक सुरक्षा खतरे में है। सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और डिजिटल माध्यमों के ज़रिए पाकिस्तान अपनी खुफिया गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। ऐसे में आम नागरिकों को भी सतर्क रहना होगा और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों को देनी चाहिए।