राजेश एक मेहनती और ईमानदार आदमी था। वह अपनी पत्नी मीना से बहुत प्यार करता था और उसकी खुशी के लिए हर मुमकिन कोशिश करता था। परंतु, मीना के दिल में राजेश के लिए प्यार की कमी थी। उसके जीवन में कैलाश नाम का एक और व्यक्ति था, जिससे वह बेहद प्रेम करती थी।
एक दिन, जब राजेश काम से घर जल्दी लौट आया, उसने अपनी पत्नी मीना को कैलाश के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा। यह दृश्य देखकर राजेश के दिल में गुस्सा और दर्द की लहर दौड़ गई। उसने अपना आपा खो दिया और बिना सोचे-समझे मीना और कैलाश पर टूट पड़ा। राजेश ने दोनों को खूब पीटा और घर से निकाल दिया। यह घटना पूरे मोहल्ले में फैल गई और राजेश के मन में अपनी पत्नी के प्रति अविश्वास और नफरत की भावना बैठ गई।
मीना और कैलाश ने कुछ दिनों तक अलग-अलग रहने का नाटक किया, लेकिन वे दोनों चुप नहीं बैठे। उन्होंने राजेश से बदला लेने का फैसला किया। दोनों ने मिलकर एक घातक योजना बनाई। एक रात, जब राजेश गहरी नींद में सो रहा था, कैलाश चुपके से घर में घुस आया। मीना ने उसे इशारा किया और कैलाश ने बिना कोई शोर मचाए कुल्हाड़ी उठाई।
कैलाश ने एक ही वार में राजेश को मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद मीना और कैलाश ने राजेश की लाश को घर के पीछे वाले बगीचे में गड्ढा खोदकर दबा दिया। उन्होंने घर को साफ किया और इस तरह की कोई घटना घटित नहीं हुई हो, ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया।
कई दिनों तक कोई राजेश के बारे में पूछता रहा, लेकिन मीना और कैलाश ने बहाना बना दिया कि राजेश काम के सिलसिले में शहर से बाहर गया हुआ है। धीरे-धीरे लोग भी उसे भूलने लगे।
परंतु, सच कभी छिपता नहीं। एक दिन, राजेश के करीबी दोस्त सुरेश को कुछ संदेह हुआ। उसने पुलिस को सूचना दी और जांच शुरू हुई। जब पुलिस ने गहराई से जांच की, तो सच्चाई सामने आ गई। मीना और कैलाश की काली करतूतों का पर्दाफाश हो गया और उन्हें कानून के अनुसार सजा मिली।
राजेश की मौत ने सबको हिला कर रख दिया और मीना की बेवफाई की कहानी एक बड़ी चेतावनी बनकर उभरी कि सच्चे रिश्ते में विश्वास और ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।