लखनऊ, 4 जून 2024:
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम कई बार अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जाते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि हमें कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं। इनमें से एक है हाई कोलेस्ट्रॉल। हाई कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर बीमारी है जो दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसी आदतें जो आपके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकती हैं:
1. धूम्रपान: धूम्रपान न केवल आपके फेफड़ों के लिए हानिकारक है, बल्कि यह आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी बढ़ा सकता है। धूम्रपान करने से "अच्छे" कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर कम हो जाता है और "खराब" कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ जाता है।
2. अस्वस्थ भोजन: अगर आप जंक फूड, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और रेड मीट का अधिक सेवन करते हैं, तो इससे आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। इन खाद्य पदार्थों में संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है।
3. व्यायाम की कमी: नियमित व्यायाम न करने से भी आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। व्यायाम "अच्छे" कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ाने और "खराब" कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करने में मदद करता है।
4. अधिक शराब का सेवन: अधिक शराब पीने से आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। शराब ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को भी बढ़ा सकती है, जो एक प्रकार का वसा है जो हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है।
5. तनाव: तनाव भी आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। जब आप तनाव में होते हैं, तो आपका शरीर कोर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन करता है। कोर्टिसोल "खराब" कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ाने और "अच्छे" कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को कम करने में मदद करता है।
6. नींद की कमी: पर्याप्त नींद न लेने से भी आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। नींद की कमी कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाने में योगदान दे सकती है, जो "खराब" कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ाने और "अच्छे" कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को कम करने में मदद करता है।
7. मोटापा: यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं, तो आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने का खतरा अधिक होता है। मोटापे से "खराब" कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ सकता है और "अच्छे" कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर कम हो सकता है।
अगर आपको लगता है कि आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वह आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच कर सकते हैं और आपको इसे कम करने के लिए आवश्यक इलाज या जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं।