Yogi Adityanath accused the socialists

योगी आदित्यनाथ ने समाजवादियों पर आरोप लगाया – अपने बच्चों को इंग्लिश स्कूल भेजते हैं, और दूसरों के बच्चों को उर्दू शिक्षा देने की कोशिश करते हैं, यही है उनका दोहरा चरित्र

Latest News

उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र 2025 के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष, विशेषकर समाजवादी पार्टी (सपा), पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सपा पर आरोप लगाया कि वे अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाते हैं, जबकि आम जनता के बच्चों को उर्दू शिक्षा देने की वकालत करते हैं, जिससे देश को कठमुल्लापन की ओर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री का बयान:

सीएम योगी ने कहा, “समाजवादी पार्टी का स्वभाव ही यह बन चुका है कि वे हर अच्छे कार्य का विरोध करेंगे।” उन्होंने आरोप लगाया कि सपा अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में भेजते हैं, जबकि दूसरों के बच्चों को उर्दू पढ़ाने की सलाह देते हैं, जिससे उन्हें मौलवी बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सपा देश को कठमुल्लापन की ओर ले जाना चाहती है, जो कतई स्वीकार्य नहीं होगा।

भाषाई मुद्दे पर सीएम योगी की प्रतिक्रिया:

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने उर्दू को सदन की भाषा के रूप में शामिल करने की बात कही थी। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह सदन केवल विद्वानों के लिए नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग की आवाज को यहां स्थान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी का विरोध कर रहे हैं, वे दरअसल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के विरोधी हैं।

क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता:

सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इन भाषाओं को सम्मान दिलाने के लिए भोजपुरी अकादमी, अवधी अकादमी और ब्रज अकादमी की स्थापना की जा रही है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी मातृभाषाओं को सहेजें और उन्हें आगे बढ़ाएं।

सपा पर दोहरे चरित्र का आरोप:

सीएम योगी ने सपा पर आरोप लगाया कि वे अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ाते हैं, जबकि दूसरों के बच्चों को उर्दू पढ़ाने की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा कि यह दोहरा आचरण जनता के बीच आना चाहिए और समाज के सामने एक्सपोज किया जाना चाहिए।

सीएम योगी आदित्यनाथ का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने सपा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता जताई है। यह बयान आगामी विधानसभा सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस का कारण बन सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *