हाइलाइट्स
- “Heavy Rain Alert” के साथ देशभर में मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है
- दक्षिण बंगाल, गुजरात, केरल, कर्नाटक और पूर्वोत्तर राज्यों में heavy rain alert जारी
- दिल्ली-एनसीआर में येलो अलर्ट, 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं
- बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा समेत अन्य राज्यों में अगले कुछ दिन जारी रहेगी मूसलाधार बारिश
- हिमाचल के मंडी और शिमला में heavy rain alert, पर्यटन पर असर की आशंका
देशभर में मॉनसून के सक्रिय होते ही कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है और आने वाले दिनों में इससे राहत मिलने के बजाय हालात और बिगड़ सकते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने heavy rain alert जारी करते हुए 6 राज्यों में रेड अलर्ट घोषित किया है। इनमें तटीय और पूर्वोत्तर राज्य सबसे अधिक प्रभावित होंगे। वहीं, हिमाचल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य भारत में भी तेज बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की गई है।
भारी बारिश की चपेट में ये राज्य
रेड अलर्ट वाले राज्य
मौसम विभाग ने जो रेड अलर्ट जारी किया है, वह गंभीर स्थिति को दर्शाता है। दक्षिण बंगाल, तटीय कर्नाटक, केरल और गुजरात में अगले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। वहीं, असम और मेघालय में अगले दो दिन heavy rain alert की श्रेणी में अत्यधिक वर्षा की आशंका जताई गई है।
ऑरेंज और येलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के मंडी और शिमला जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिलों में येलो अलर्ट प्रभावी रहेगा। इन जिलों में अगले तीन दिनों तक गरज-चमक और तेज बारिश हो सकती है।
कहां-कहां होगी आज बारिश?
18 जून को बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान 50-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। यही नहीं, इन राज्यों में गुरुवार तक heavy rain alert प्रभावी रहेगा।
दिल्ली-एनसीआर
दिल्ली में मंगलवार रात हुई बारिश के बाद आज भी राहत की उम्मीद की जा रही है। मौसम विभाग ने बुधवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। हवाएं 50-60 किमी/घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
अगले पांच दिनों तक जारी रहेगी बारिश
पूर्वोत्तर भारत में बारिश का दौर अगले 5 दिनों तक बना रहेगा। अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में heavy rain alert की संभावना जताई गई है। यहां 70 मिमी से ज्यादा वर्षा दर्ज की जा सकती है।
18-22 जून की भविष्यवाणी:
- गुजरात, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में लगातार भारी बारिश
- तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक में तेज बारिश और तूफानी हवाओं का दौर
- हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश में भी 20-22 जून तक भारी वर्षा की चेतावनी
- उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 19 से 22 जून तक heavy rain alert
मौसम विभाग की चेतावनियाँ
मौसम विभाग ने भारी वर्षा के दौरान लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। नदी किनारे, पहाड़ी क्षेत्रों और जलभराव वाले स्थानों पर सतर्कता बरतने की जरूरत है। Heavy rain alert के दौरान अक्सर भूस्खलन, बिजली गिरने और सड़क बंद होने जैसी घटनाएं सामने आती हैं।
आम जनजीवन पर प्रभाव
कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं। मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे महानगरों में ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई है। रेल और हवाई सेवाओं पर भी heavy rain alert का असर देखा जा रहा है। स्कूली छुट्टियों की घोषणा भी की जा सकती है यदि बारिश का स्तर और बढ़ता है।
हिमाचल में पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ भूस्खलन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने पर्यटकों को चेतावनी दी है। मंडी, शिमला और कांगड़ा जिलों में heavy rain alert को देखते हुए कई मार्ग बंद कर दिए गए हैं।
विशेषज्ञों की राय
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस वर्ष मॉनसून सामान्य से अधिक सक्रिय रहेगा। पश्चिमी हवाओं और बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हो रहे चक्रवातीय प्रभाव के चलते देश के लगभग सभी हिस्सों में जुलाई के अंत तक heavy rain alert की स्थिति बनी रह सकती है।
क्या करें, क्या न करें
करें:
- मौसम विभाग की अपडेट्स लगातार देखें
- बारिश वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें
- जरूरी उपकरण और दवाइयां तैयार रखें
- बिजली के उपकरणों से सावधानी रखें
न करें:
- भारी बारिश में बाहर निकलने से बचें
- नदी-नालों के पास जाने से परहेज करें
- पेड़ों और खंभों के नीचे खड़े न हों
- अफवाहों पर विश्वास न करें
देश भर में मॉनसून का प्रभाव तेज हो गया है और कई राज्यों में IMD ने heavy rain alert जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। आने वाले 5–7 दिन भारत के अनेक हिस्सों में भीगते और ठिठुरते गुजर सकते हैं। जनता से अपील है कि अलर्ट को हल्के में न लें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।