Fateh Missile Attack

तेहरान की धरती से उठी ‘फतेह’ की आग: क्या शुरू हो चुका है तीसरे विश्व युद्ध का पहला अध्याय?

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हाइलाइट्स

  • Fateh Missile Attack के जरिए ईरान ने इजरायली सैन्य ठिकानों पर किया सीधा हमला
  • अयातुल्ला खामेनेई ने युद्ध की घोषणा करते हुए कहा- “कोई दया नहीं”
  • इजरायली वायुसेना ने पश्चिमी ईरान में जवाबी हवाई हमले किए
  • मोसाद और सैन्य खुफिया इकाइयों को बनाया गया निशाना
  • 600 से अधिक नागरिकों की मौत और 1,300 से ज्यादा घायल: मानवाधिकार रिपोर्ट

 युद्ध का ऐलान: मध्य-पूर्व में एक और तबाही की आहट

पश्चिमी एशिया का तनाव अब केवल कूटनीति तक सीमित नहीं रहा। Fateh Missile Attack ने इस क्षेत्र को एक नई और अधिक खतरनाक दिशा में धकेल दिया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने आधिकारिक रूप से इजरायल के खिलाफ युद्ध का ऐलान करते हुए कहा कि “अब कोई दया नहीं होगी।” उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह बयान जारी किया, जिसके बाद ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने Fateh Missile Attack के तहत इजरायल के प्रमुख खुफिया ठिकानों को निशाना बनाया।

 कहां हुए हमले और किस पर पड़ी सबसे बड़ी मार?

 इजरायल की खुफिया शक्ति पर सीधा हमला

ईरानी सैन्य सूत्रों के अनुसार, Fateh Missile Attack में टारगेट बनाए गए:

  • तेल अवीव स्थित इजरायली मिलिट्री इंटेलिजेंस सेंटर
  • मोसाद की रणनीतिक फैसिलिटी, जहां हत्या अभियानों की योजनाएं बनती थीं
  • इजरायली डिफेंस रडार स्टेशन और एयर डिफेंस यूनिट

IRGC ने दावा किया कि उनका एयरोस्पेस डिवीजन इस अभियान में शामिल रहा, और इजरायल की अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली को भेदने में वे सफल रहे। यदि यह दावा सत्य सिद्ध होता है, तो यह इजरायल की सुरक्षा रणनीति के लिए एक बड़ा झटका है।

 इजरायल का जवाबी वार: पश्चिमी ईरान में ‘एरियल स्ट्राइक’

इजरायली वायुसेना ने प्रतिक्रिया में ईरान के हमदान और क़ज़विन इलाकों में एरियल स्ट्राइक की पुष्टि की है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन हमलों का उद्देश्य ईरान की मिसाइल लॉन्‍चिंग साइट्स, रडार और एयर डिफेंस यूनिट्स को निशाना बनाना था।

इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलैंट ने कहा, “हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे। जो हमारी ओर मिसाइलें भेजेगा, उसे सौ गुना ज्यादा जवाब मिलेगा।”

 मौतें, मलबा और मानवाधिकार

वॉशिंगटन स्थित एक मानवाधिकार समूह के अनुसार, अब तक ईरान में 600 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है और 1,326 से ज्यादा घायल हुए हैं। इनमें से अधिकतर हताहत शहरी इलाकों में हुए, जहां मिसाइलें गिरने से भारी नुकसान हुआ।

 खामेनेई को चेतावनी: “सद्दाम हुसैन जैसा हश्र होगा”

इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने अयातुल्ला खामेनेई पर युद्ध अपराध का आरोप लगाते हुए सख्त बयान जारी किया है। उन्होंने कहा:

“खामेनेई का अंत सद्दाम हुसैन जैसा ही होगा। उन्हें इतिहास से सीख लेनी चाहिए। जो इजरायल के खिलाफ युद्ध छेड़ते हैं, वे अंततः अपने ही विनाश की ओर बढ़ते हैं।”

Fateh Missile Attack: कितना खतरनाक है यह हथियार?

 फतेह-1 मिसाइल की विशेषताएं:

  • रेंज: 300 किमी तक
  • स्पीड: सुपरसोनिक
  • लक्ष्य पर सटीक निशाना
  • रडार से बच निकलने की क्षमता
  • मोबाइल लॉन्च प्लेटफॉर्म से फायर किया जा सकता है

इस मिसाइल का उपयोग पहली बार इजरायल के खिलाफ किया गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि ईरान अब अपने अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेगा।

 वैश्विक प्रतिक्रिया: अमेरिका और रूस की चिंता

अमेरिका के विदेश विभाग ने इस बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है और संयम बरतने की अपील की है। वहीं रूस ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि मध्य-पूर्व में खुला युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है जिसमें Fateh Missile Attack और उसके प्रभावों पर चर्चा होगी।

 क्या यह जंग बढ़ेगी?

मध्य-पूर्व की यह जंग फिलहाल एकतरफा नहीं रही। ईरान और इजरायल दोनों ही अपनी-अपनी सेनाओं को पूरी तरह सक्रिय कर चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तनाव यूं ही बढ़ता रहा, तो यह संघर्ष पूरे पश्चिम एशिया को युद्ध के मैदान में बदल सकता है।

Fateh Missile Attack एक सैन्य हमला नहीं, बल्कि रणनीतिक संदेश है — एक इशारा कि अब ईरान और इजरायल के बीच विवाद की दिशा निर्णायक हो चुकी है। सवाल यह नहीं है कि आगे क्या होगा, बल्कि यह है कि यह सब कहां रुकेगा।

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