क्या डायबिटीज़ आपकी मर्दानगी पर असर डाल रही है? पुरुषों में मधुमेह के ये लक्षण बना सकते हैं अंतरंगता में रुकावट का कारण!

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हाइलाइट्स

  • Diabetes Symptoms को पुरुष अक्सर साधारण थकान या उम्र बढ़ने का नतीजा समझकर अनदेखा कर देते हैं
  • स्तंभन दोष, बार‑बार पेशाब तथा मूत्र‑मार्ग संक्रमण शुरुआती चेतावनी बनकर उभरते हैं
  • हार्मोनल बदलाव से टेस्टोस्टेरोन स्तर कम होने पर अवसाद व थकान जैसे Diabetes Symptoms तेज़ हो जाते हैं
  • विशेषज्ञों का दावा—नियमित HbA1c जाँच से दीर्घकालिक जटिलताओं का ख़तरा 40 % तक घटाया जा सकता है
  • संतुलित आहार, रोज़ाना व्यायाम और निरंतर ग्लूकोज़ मॉनिटरिंग से Diabetes Symptoms पर काबू पाया जा सकता है

Diabetes Symptoms: पुरुषों में मधुमेह के खामोश अलार्म और उनका वैज्ञानिक विश्लेषण

मधुमेह — या लोकप्रिय शब्दों में ‘शुगर’ — एक ऐसी पुरानी बीमारी है, जिसके दीर्घकालिक प्रभाव पूरे शरीर को प्रभावित करते हैं। पुरुषों में दिखने वाले Diabetes Symptoms कई बार इतने सूक्ष्म होते हैं कि उन्हें साधारण तनाव या अधिक काम का परिणाम मान लिया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2024 रिपोर्ट बताती है कि भारत में 30 से 50 आयु‑वर्ग के पुरुषों में हर पाँचवा व्यक्ति प्री‑डायबिटिक है, लेकिन सिर्फ 12 % को ही अपने शुरुआती Diabetes Symptoms का पता चल पाता है। यही वजह है कि समय रहते चेतावनी पहचानना और वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन करना बेहद ज़रूरी हो जाता है।

पुरुषों में Diabetes Symptoms का बदलता चेहरा

पारंपरिक तौर पर माना जाता था कि बढ़ी हुई प्यास, ज़्यादा भूख और अचानक वज़न घटना ही प्रमुख Diabetes Symptoms हैं, पर हालिया शोध ने पुरुष‑विशेष संकेतों की लंबी सूची तैयार की है। इंटरनैशनल जर्नल ऑफ अंड्रोलॉजी के अनुसार, 40 % पुरुष रोगियों में Diabetes Symptoms की शुरुआत यौन स्वास्थ्य‑सम्बन्धी बदलावों से हुई। यह आँकड़ा बताता है कि रोग की पहली दस्तक अकसर सुनी नहीं जाती।

स्तंभन दोष: छिपे हुए Diabetes Symptoms

स्तंभन दोष या इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन को अकसर वृद्ध आयु से जोड़ा जाता है, मगर एंडोक्राइन सोसाइटी की गाइडलाइन में इसे प्रमुख Diabetes Symptoms माना गया है। बढ़ी हुई रक्त शर्करा रक्त वाहिकाओं की परत को नुकसान पहुँचाती है, जिससे लिंग क्षेत्र में रक्त‑प्रवाह बाधित होता है। यदि कोई पुरुष छह महीने से अधिक समय तक स्तंभन दोष भुगत रहा है, तो डॉक्टर सीधे HbA1c जाँच कराने की सलाह देते हैं, ताकि छिपे हुए Diabetes Symptoms को पकड़ा जा सके।

विशेषज्ञ दृष्टिकोण

एम्स‑दिल्ली के एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. अजय सरीन के अनुसार, “स्तंभन दोष को तनाव या ‘परफ़ॉर्मेंस प्रेशर’ का मामला समझकर अनदेखा न करें। यह शुरुआत में ही मिलने वाले Diabetes Symptoms में से एक है। समय रहते उपचार से रक्त वाहिकाएँ बचाई जा सकती हैं।”

मूत्र संबंधी दिक्कतें: Diabetes Symptoms का संकेत

बार‑बार पेशाब आना, पेशाब रिसाव या मूत्र मार्ग संक्रमण—ये सभी Diabetes Symptoms हैं, जो शरीर के बढ़े हुए ग्लूकोज़ की ओर इशारा करते हैं। उच्च रक्त शर्करा बैक्टीरिया को पनपने का अनुकूल वातावरण देती है, नतीजा बार‑बार UTI। यदि रात में दो‑तीन बार से अधिक पेशाब की आवश्यकता हो, तो यह स्पष्ट Diabetes Symptoms हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज़ करना आगे चलकर किडनी डैमेज या न्यूरोपैथी में बदल सकता है।

टेस्टोस्टेरोन में गिरावट और Diabetes Symptoms

टेस्टोस्टेरोन की कमी को पुरानी थकान या अवसाद का कारण माना जा सकता है, पर अनेक शोध बताते हैं कि यह भी शुरुआती Diabetes Symptoms में शामिल है। उच्च रक्त शर्करा से लेडिक कोशिकाएँ प्रभावित होती हैं, जिससे हार्मोन उत्पादन घटता है। नतीजतन व्यक्ति में यौन इच्छा कम होती है, साथ ही मांसपेशियाँ शिथिल पड़ती हैं। यदि खून की रिपोर्ट में टेस्टोस्टेरोन लगातार कम आ रहा हो, तो समानांतर में Diabetes Symptoms जाँचना आवश्यक है।

स्खलन बाधा: Diabetes Symptoms की अनदेखी कड़ी

कुछ पुरुषों में ‘रिट्रोग्रेड इजेक्युलेशन’ देखा जाता है, जिसमें वीर्य का कुछ भाग मूत्राशय में चला जाता है। यह स्थिति मूत्र के नमूनों में शुक्राणु मिलने पर पकड़ी जाती है और अक्सर अनियंत्रित रक्त शर्करा के कारण स्नायविक क्षति से जुड़ी होती है। विशेषज्ञ इसे उभरते Diabetes Symptoms में से एक मानते हैं, जिसका इलाज देर से शुरू हुआ तो प्रजनन‑क्षमता पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है।

हृदय स्वास्थ्य पर Diabetes Symptoms का असर

उच्च रक्त चाप या हाइपरटेंशन अकेली बीमारी नहीं, बल्कि कई बार छिपे हुए Diabetes Symptoms का संकेत है। जब रक्त शर्करा लगातार ऊँची रहती है, तो धमनियों की लोच कम हो जाती है, जिससे रक्त दाब बढ़ता है। भारतीय हृदय संस्थान की 2025 रिपोर्ट के मुताबिक, जो पुरुष मधुमेह और हाइपरटेंशन दोनों से ग्रस्त हैं, उनमें दिल का दौरा पड़ने का जोखिम दोगुना हो जाता है। अतः हृदय रोग की जाँच के साथ‑साथ Diabetes Symptoms मॉनिटर करना अत्यावश्यक है।

रोकथाम और प्रबंधन में Diabetes Symptoms की भूमिका

चूँकि Diabetes Symptoms धीरे‑धीरे उभरते हैं, इन पर शुरुआती निगरानी सबसे कारगर हथियार है। विशेषज्ञ कहते हैं कि जोखिम समूह—यानी मोटापा, परिवार में मधुमेह का इतिहास या गतिहीन दिनचर्या—को साल में कम से कम एक बार Fasting Plasma Glucose व HbA1c टेस्ट कराना चाहिए।

सही खान‑पान

लो‑ग्लाइसेमिक इंडेक्स खाद्य, जैसे साबुत अनाज, दालें, मेवे और हरी सब्ज़ियाँ, रक्त शर्करा को स्थिर रखते हैं। रिफाइंड शुगर, मीठे पेय और ट्रांस फ़ैट को सीमित करने से Diabetes Symptoms का उभार धीमा पड़ता है। पोषण विज्ञानी दावा करते हैं कि 10 % भार कम करने से शुरुआती Diabetes Symptoms 30 % तक घट सकते हैं।

सक्रिय जीवन‑शैली

विश्व मधुमेह फ़ेडरेशन की गाइडलाइन सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम‑तीव्रता व्यायाम की सलाह देती है। नियमित brisk walk या resistance training से इन्सुलिन संवेदी‑शीलता बढ़ती है और छिपे हुए Diabetes Symptoms काबू में रहते हैं।

नियमित जाँच

ग्लूकोज़ मॉनिटरिंग डिवाइस की कीमत कम होने से अब स्वयं जाँच संभव है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि जो पुरुष पहले से प्री‑डायबिटिक हैं, वे हर पखवाड़े fasting व post‑meal रीडिंग दर्ज करें। स्पष्ट Diabetes Symptoms वाले रोगियों के लिए यह रिकॉर्ड‑रखाव दवा की खुराक तय करने में मददगार साबित होता है।

पुरुषों में मधुमेह के संकेत अक्सर पारंपरिक लक्षणों से परे होते हैं—स्तंभन दोष, मूत्र दिक्कतें, हार्मोनल बदलाव और रक्त दाब में अचानक उछाल। इन सभी को जोड़ने वाली कड़ी है अनदेखे Diabetes Symptoms। यदि समय रहते इन्हें पहचाना जाए, तो जीवन‑शैली में बदलाव और चिकित्सकीय हस्तक्षेप से जटिलताओं को टाला जा सकता है। याद रखें, Diabetes Symptoms डराने के लिए नहीं, चेताने के लिए हैं। सही जागरूकता और नियमित जांच ही स्वस्थ भविष्य की कुंजी है।

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