कानपुर, उत्तर प्रदेश: एक दिल को झकझोर देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें कानपुर के सीसामऊ क्षेत्र की विधायक नसीम सोलंकी को मेयर प्रमिला पांडे के पैरों में गिरकर गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है। यह घटना उस वक्त हुई, जब मेयर प्रमिला पांडे नाले पर बने अवैध घरों को तोड़ने पहुंची थीं।
घटना का कारण: कानपुर के एक 20 फीट चौड़े नाले में गिरकर हाल ही में एक बच्चे की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद प्रशासन ने नाले पर बने अवैध निर्माण को हटाने का फैसला लिया। कहा जा रहा है कि इस नाले के ऊपर सैकड़ों घर बनाए गए हैं, जिनमें कई परिवार वर्षों से रह रहे हैं।
स्थानीय विधायक का हस्तक्षेप: जब घरों को गिराने के लिए प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, तो स्थानीय लोग विरोध करने लगे। सीसामऊ की विधायक नसीम सोलंकी ने स्थिति को समझते हुए मेयर से सात दिन की मोहलत मांगी। विधायक ने कहा कि सर्दी के मौसम में घर तोड़ने से कई परिवार, खासकर छोटे बच्चे, बेघर हो जाएंगे और उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
बेहद मार्मिक है यह वीडियो....
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) December 20, 2024
विधायक कानपुर सीसामऊ , कानपुर मेयर के पैर पकड़ रही है ! हाथ जोड़ रही है ! मेयर कह रही है कि मेरी बहु , मेरी बेटी तुम चली जाओ ! मैं तुम्हारी बात नही मानने वाली हूँ?
डिटेल यह है कि कानपुर में एक नाला है, जिसमे गिरकर एक बच्चे की मौत हो गई थी! 20 फीट… pic.twitter.com/x9YntYyYcj
मेयर का सख्त रुख: मेयर प्रमिला पांडे ने विधायक की बात मानने से साफ इनकार कर दिया। वीडियो में उन्हें कहते हुए सुना गया, "मेरी बहू, मेरी बेटी, तुम चाहे जो कर लो, मैं तुम्हारी बात नहीं मानने वाली।" मेयर के इस बयान ने स्थानीय लोगों में नाराजगी और आक्रोश पैदा कर दिया है।
प्रभावित परिवारों की दास्तां: नाले पर बने घरों में रहने वाले परिवारों का कहना है कि वे बरसों से यहां रह रहे हैं। इन घरों को तोड़ने का निर्णय अचानक आया, जिससे वे पूरी तरह असहाय हो गए हैं। एक निवासी ने रोते हुए कहा, "हम कहां जाएंगे? हमारी छोटी-छोटी बच्चियां और बूढ़े माता-पिता ठंड में सड़कों पर कैसे रहेंगे?"
प्रशासन का तर्क: कानपुर नगर निगम का कहना है कि नाले पर बने अवैध निर्माण के कारण क्षेत्र में जलभराव और अन्य समस्याएं पैदा हो रही हैं। बच्चे की मौत ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया, जिसके चलते कार्रवाई जरूरी हो गई।
विरोध और राजनीति: यह घटना कानपुर की राजनीति में एक नया मोड़ ले सकती है। एक तरफ विधायक नसीम सोलंकी स्थानीय जनता की समस्याओं को उठाने की कोशिश कर रही हैं, तो दूसरी तरफ मेयर प्रमिला पांडे शहर के विकास और सुरक्षा के तर्क पर अडिग हैं।
क्या होगा आगे? यह देखना बाकी है कि प्रशासन और प्रभावित परिवारों के बीच इस मुद्दे का समाधान कैसे निकलेगा। लेकिन फिलहाल, यह घटना न केवल कानपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है।