उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक विवाहित महिला अपनी बेटी के साथ ससुराल के दरवाजे पर धरने पर बैठ गई। महिला का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने उसे और उसकी बेटी को घर में घुसने नहीं दिया। मामला सामने आते ही यह चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है मामला?
यह घटना बागपत के एक मोहल्ले की है, जहां विवाहिता अपनी बेटी के साथ अपने ससुराल पहुंची। ससुराल के गेट पर पहुंचने के बाद महिला ने देखा कि घर में ताला लगा हुआ है और ससुराल के सभी सदस्य मौके से फरार हो गए हैं।
महिला ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष ने उसे पहले भी प्रताड़ित किया था और अब उसकी बेटी के साथ उसे घर में प्रवेश से रोक रहे हैं। धरने पर बैठकर महिला ने ससुराल वालों के खिलाफ आवाज उठाई और न्याय की मांग की।
#यूपी के #बागपत में ससुराल की चौखट पर धरने पर बैठी विवाहित महिला, बेटी को लेकर ससुराल के गेट पर दे रही धरना !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) December 7, 2024
बहु के आने की जानकारी मिलते ही ससुराल पक्ष के लोग, मकान में ताला डालकर मौके से फरार !!
अब इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की हुई एंट्री मौके पर पहुंची पुलिस मामले की… pic.twitter.com/dW7yPtYDYY
पुलिस ने संभाला मोर्चा
मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और सभी पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
ससुराल पक्ष का रुख
महिला के आने की खबर मिलते ही ससुराल पक्ष के लोग घर छोड़कर फरार हो गए। उनके मकान में ताला लगा होने से यह स्पष्ट है कि वे विवाद से बचने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस अब उनकी तलाश में जुटी हुई है।
धरना जारी
धरने पर बैठी महिला का कहना है कि वह तब तक वहां से नहीं हटेगी, जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा और ससुराल पक्ष उसकी बेटी और उसे स्वीकार नहीं करता।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
यह मामला इलाके में चर्चा का केंद्र बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना घरेलू विवाद और महिलाओं के अधिकारों की एक बड़ी समस्या को उजागर करती है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है और जल्द ही ससुराल पक्ष से पूछताछ की जाएगी। इस घटना ने महिला सुरक्षा और उसके अधिकारों को लेकर फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह घटना समाज में महिलाओं के साथ होने वाली समस्याओं और उनके अधिकारों की अनदेखी पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत को दर्शाती है। अब यह देखना होगा कि पुलिस की जांच और प्रशासन का रुख इस मामले में क्या परिणाम लेकर आता है।