नई दिल्ली: कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के अफजलपुर तालुका स्थित कटादरगी इलाके में भाग्यवंती देवी मंदिर का दानपात्र खोलने पर एक ऐसा वाकया सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया। दानपेटी में 60 लाख रुपये नकद, एक किलो चांदी और 200 तोला सोने के आभूषण मिलने के बावजूद, लोगों का ध्यान एक 20 रुपये के नोट पर टिक गया। इस नोट पर लिखी गई प्रार्थना ने सोशल मीडिया पर चर्चा का तूफान ला दिया है।
प्रार्थना में अजीबोगरीब इच्छा
मंदिर प्रबंधन ने जब दानपेटी खोली और राशि की गिनती शुरू की, तो एक 20 रुपये के नोट पर लिखा हुआ संदेश सामने आया। इस पर लिखा था, "मां, मेरी सास की जल्दी मृत्यु हो जाए।" आम तौर पर भक्त देवी-देवताओं से परिवार की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करते हैं, लेकिन इस नोट ने सबको हैरान कर दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल
यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है। लोग इस विचित्र प्रार्थना पर तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। कुछ इसे हास्य का विषय बना रहे हैं, तो कुछ इसे परिवार में तनावपूर्ण रिश्तों का संकेत मान रहे हैं।
दानपेटी में बड़ी रकम
मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, दानपेटी में 60 लाख रुपये नकद, एक किलो चांदी और 200 तोला सोने के आभूषण मिले हैं। यह एकत्र धनराशि मंदिर की लोकप्रियता और भक्तों की श्रद्धा को दर्शाती है। हालांकि, इस सारी संपत्ति के बीच 20 रुपये का यह नोट ही चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है।
समाज में गहरे मुद्दों की झलक?
मनोवैज्ञानिक और समाजशास्त्री इस घटना को परिवारों में आपसी तनाव और रिश्तों की कड़वाहट का प्रतीक मान रहे हैं। ऐसी प्रार्थना इस बात का संकेत हो सकती है कि कुछ लोग अपने व्यक्तिगत संघर्षों और भावनाओं को धार्मिक स्थलों पर व्यक्त करने की कोशिश करते हैं।
मंदिर प्रबंधन का बयान
मंदिर प्रबंधन ने इस विचित्र घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हमारा काम भक्तों की आस्था को संभालना है। यह नोट किसने डाला, इसकी पहचान करना हमारे लिए असंभव है। लेकिन यह निश्चित रूप से लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।"
यह घटना भारतीय समाज में पारिवारिक रिश्तों और धार्मिक आस्थाओं के बीच जटिलता की झलक देती है। सोशल मीडिया पर लोग इसे मजाक और गहरी सोच, दोनों के नजरिए से देख रहे हैं।