चित्रकूट, उत्तर प्रदेश: रैपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम कौबरा के पोखरी पुरवा निवासी सारनाथ मिश्रा पर आरोप है कि वह खुलेआम गांजे की बिक्री कर रहा है और इस नशीले पदार्थ का सेवन कराने में नाबालिग बच्चों को भी शामिल कर रहा है। यह गंभीर आरोप गाँव के स्थानीय निवासियों और कुछ गुप्त सूत्रों द्वारा लगाया गया है, जिनका कहना है कि इस गैर-कानूनी गतिविधि को लेकर रैपुरा थाना प्रभारी को भी जानकारी है।
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— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) October 25, 2024
👉🏾 इनका नाम सारनाथ मिश्रा बताया जा रहा है जो कह रहे हैं "पकी हुई कली हैं" "माल अच्छा है" एक बार पी कर तो देखो.....
👉🏾 रैपुरा थाना क्षेत्र ग्राम कौबरा के पोखरी पुरवा निवासी सारनाथ मिश्रा खुलेआम गांजा बेचता है, नाबालिग बच्चों को भी नशे का आदी बना रहा है?
👉🏾 सूत्रों… pic.twitter.com/1KDhoPw2KL
सूत्रों के अनुसार, मिश्रा न केवल गांजे की बिक्री में लिप्त है, बल्कि युवाओं और नाबालिगों को इस नशे का आदी बनाने का भी प्रयास कर रहा है। ग्रामीणों का दावा है कि उसे अक्सर बच्चों से कहते सुना गया है, "पकी हुई कली हैं" और "माल अच्छा है, एक बार पी कर तो देखो," जो कि बच्चों को नशे के प्रति आकर्षित करने का एक घातक तरीका है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि थाना प्रभारी के सहयोगी को इस नशीले व्यापार की पूरी जानकारी है, बावजूद इसके सारनाथ मिश्रा के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। कई लोग आशंका जता रहे हैं कि यह काला कारोबार थाना प्रभारी की जानकारी में चल रहा हो सकता है, जिससे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
नाबालिग बच्चों को नशे का आदी बनाना एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो परिवारों और समुदायों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वह इस मामले की गहन जाँच करे और अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करे।
इस मामले में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से जुड़े अधिकारियों की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।