हरदोई, उत्तर प्रदेश: हरदोई के आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) में एक कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में, शैलेंद्र नाम का एक कर्मचारी खुलेआम कहता दिखाई दे रहा है, "इतने में नहीं हो पाएगा," और 100 व 50 रुपये की घूस की मांग कर रहा है। इस घटना ने आम जनता में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक प्रणाली में व्याप्त गड़बड़ियों को उजागर कर दिया है।
वीडियो की वायरलिटी और जन प्रतिक्रिया
इस वीडियो में, कर्मचारी द्वारा रिश्वत लेने की सीमा की चर्चा की जा रही है। वीडियो के वायरल होने के बाद जनता में आक्रोश फैल गया है और लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई लोगों ने यह सवाल उठाया है कि सरकारी दफ्तरों में आम जनता से इस प्रकार अवैध धन उगाही कब तक चलती रहेगी। लोग प्रशासन से इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
आरटीओ ऑफिस में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं #यूपी के #हरदोई में आरटीओ ऑफिस में कर्मचारी शैलेंद्र कहते है इतने में नहीं हो पाएगा, बता रहे हैं..?
100 व 50 रुपए की मारामारी, कर्मचारी की रिश्वत मांगने की सीमा बढ़ चुकी है !! @UPGovt @ACOUPPolice @Uppolice @UPPViralCheck pic.twitter.com/sk08DGXdy8
आरटीओ ऑफिस से जुड़ी रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार की शिकायतें पहले भी आती रही हैं, लेकिन इस बार वीडियो के जरिए यह मामला सार्वजनिक रूप से उजागर हुआ है। जनता का कहना है कि आरटीओ जैसे महत्वपूर्ण विभाग, जो आम लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों की पंजीकरण से जुड़े होते हैं, में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं।
प्रशासन का क्या है रुख?
अब तक इस मामले में प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि संबंधित अधिकारी जल्द ही कार्रवाई करेंगे। इस तरह के मामलों में आमतौर पर जांच के बाद ही संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कदम उठाए जाते हैं।
आपकी राय क्या है?
यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की असंतुष्टि को दर्शाता है। क्या सरकारी कार्यालयों में सुधार की आवश्यकता है? क्या ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए? आपकी राय क्या है? कृपया अपने विचार कमेंट सेक्शन में साझा करें।
(यह समाचार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के आधार पर है। अधिक जानकारी मिलने पर खबर को अपडेट किया जाएगा।)