कानपुर में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां रेलबाजार थाने के प्रभारी विजय दर्शन शर्मा पर गंभीर आरोप लगे हैं। खबर है कि उन्होंने चोरों से बरामद किए गए 20 लाख रुपये के सोने को न सिर्फ बेच डाला, बल्कि आरोपियों को भी छोड़ दिया। इस घटना से कानपुर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है और सवाल उठने लगे हैं कि आखिरकार कानून के रखवाले इस तरह की गतिविधियों में कैसे शामिल हो सकते हैं।
मामले का खुलासा कैसे हुआ?
घटना का खुलासा तब हुआ जब एक अन्य थाने की पुलिस ने उसी गिरोह के कुछ चोरों को गिरफ्तार किया। जांच-पड़ताल के दौरान चोरों ने खुलासा किया कि वे पहले ही पकड़े जा चुके थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई थी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि थानेदार विजय दर्शन शर्मा ने उनसे बरामद 20 लाख का सोना बेच डाला और उन्हें छोड़ दिया गया।
#कानपुर में गज़ब ही कांड कर बैठे थानेदार साहब!
— Himanshu Tripathi (@himansulive) October 20, 2024
चोर पकड़े....20 लाख का सोना बरामद कर बेच डाला और आरोपी छोड़ दिए।
दूसरे थाने की पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार कर किया राजफाश।
रेलबाजार थानेदार विजय दर्शन शर्मा पर लगे गंभीर आरोप!! pic.twitter.com/XkLPWDJ6mO
जब यह जानकारी संबंधित अधिकारियों तक पहुंची, तो मामले ने तूल पकड़ लिया। दूसरे थाने की पुलिस ने जब जांच की तो इन आरोपों की पुष्टि हुई और मामला विभागीय अधिकारियों के सामने पेश किया गया।
पुलिस विभाग में मची खलबली
इस घोटाले के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में भारी असंतोष और खलबली मची हुई है। कानपुर पुलिस प्रशासन अब इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवा रहा है। रेलबाजार थानेदार विजय दर्शन शर्मा पर लगे आरोपों के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
इस घटना के बाद कानपुर की जनता में गहरी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि जिस पुलिस पर उन्हें सुरक्षा का भरोसा है, अगर वही इस तरह की घटनाओं में लिप्त पाई जाती है, तो उनका कानून और न्याय पर विश्वास डगमगाने लगता है।
उच्चाधिकारियों का बयान
कानपुर के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले पर कहा, "यह बहुत गंभीर मामला है। पुलिस विभाग में इस तरह की गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम पूरी सच्चाई का पता लगाएंगे और दोषी पाए जाने वाले किसी भी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
फिलहाल इस मामले में विजय दर्शन शर्मा को निलंबित कर दिया गया है और उनकी संपत्ति और लेन-देन की गहराई से जांच की जा रही है। यह देखना होगा कि जांच में क्या नए खुलासे होते हैं और कानपुर पुलिस प्रशासन इस स्थिति को कैसे संभालता है।
इस घोटाले ने कानपुर पुलिस की छवि को बड़ा झटका दिया है और जनता की नजर में विश्वास की डोर को कमजोर कर दिया है।