चरखी दादरी, हरियाणा — पिछले 27 अगस्त को हरियाणा के चरखी दादरी में एक भयानक घटना सामने आई थी, जहां गोमांस खाने के संदेह में गौ रक्षकों की भीड़ ने प्रवासी मज़दूर साबिर मलिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें भीड़ को साबिर मलिक को बुरी तरह पीटते हुए देखा जा सकता है। इस घटना ने न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी आक्रोश को जन्म दिया था।
हाल ही में, पुलिस द्वारा मांस के सैंपल की जांच के बाद सामने आया कि वह मांस गाय का नहीं, बल्कि भैंस का था। लैब रिपोर्ट के इस खुलासे ने एक बार फिर से लोगों के बीच सवाल खड़े कर दिए हैं कि साबिर मलिक की जान बेवजह ही गई।
इस मामले में पुलिस ने वीडियो के आधार पर आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनके खिलाफ हत्या और हिंसा के तहत कार्रवाई की जा रही है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही चार्जशीट फाइल की जाएगी।
इस घटना ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था और गौ रक्षकों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।