ओकिनावा, जापान का एक छोटा सा द्वीप, विश्व भर में इसलिए मशहूर है क्योंकि यहां के लोग लंबी उम्र जीते हैं, अक्सर 100 साल से भी ज्यादा। जबकि दुनियाभर में 100 साल की उम्र पार करना असामान्य माना जाता है, ओकिनावा के लोग इस उम्र को आसानी से पार कर जाते हैं। यहाँ 80 साल की उम्र में भी लोग खेतों में मेहनत करते दिखाई देते हैं। इस स्थान को लेकर कई शोध हुए हैं, और इकेगाई नामक पुस्तक ने इस विशेष जीवनशैली और संस्कृति को विस्तार से समझाया है।
क्या है ओकिनावा के लोगों की खासियत?
ओकिनावा के लोग न केवल लंबा जीवन जीते हैं बल्कि वे बुढ़ापे में भी शारीरिक रूप से काफी सक्रिय और फिट रहते हैं। उनका स्वास्थ्य और जीवनशैली शोधकर्ताओं के लिए हमेशा ही आकर्षण का केंद्र रहे हैं। इकेगाई किताब में इस पर जोर दिया गया है कि इन लोगों की लंबी उम्र का कारण उनकी सादगीपूर्ण जीवनशैली, भोजन की आदतें, और फिजिकल एक्टिविटी है।
खाने की आदतें और पाचन क्रिया का महत्व
ओकिनावा के लोग खाने को बहुत ध्यान से और शांतिपूर्वक खाते हैं। खाने की आदतें उनके अच्छे स्वास्थ्य का सबसे बड़ा कारण मानी जाती हैं। आयुर्वेद में भी इस बात पर जोर दिया गया है कि भोजन को अच्छी तरह से चबाना चाहिए। चबाने से भोजन का पाचन मुंह में ही शुरू हो जाता है। यहाँ के लोग खाने को कम से कम 32 बार चबाने की आदत रखते हैं। इससे भोजन न केवल आसानी से पचता है बल्कि शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व भी मिलते हैं।
नियमित फिजिकल एक्टिविटी
यहां के लोग केवल लंबी उम्र जीने के लिए कसरत नहीं करते, बल्कि उनकी दिनचर्या में शारीरिक काम शामिल होता है। वे आधुनिक तकनीक पर निर्भर नहीं रहते, बल्कि अपने दैनिक कार्यों को स्वयं करते हैं। खेतों में काम करना, पैदल चलना और दिनभर सक्रिय रहना उनकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है।
ओवरईटिंग से बचना
ओकिनावा के लोग कभी भी ज्यादा नहीं खाते। वे अपनी क्षमता का केवल 80% ही खाना खाते हैं ताकि उनका पाचन तंत्र सही से काम कर सके। ज्यादा खाना न सिर्फ पाचन तंत्र को बाधित करता है, बल्कि इससे एसिडिटी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
फाइबर से भरपूर आहार
ओकिनावा के लोगों के आहार में फाइबर का विशेष महत्व है। फलों और सब्जियों से भरपूर आहार, जिसमें प्राकृतिक फाइबर मौजूद होता है, उनके पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखता है। फाइबर युक्त भोजन शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है और पाचन क्रिया को सुचारू रखता है।
खाने के बाद पानी पीने से बचना
खाने के तुरंत बाद पानी पीना, पाचन क्रिया को बाधित कर सकता है। ओकिनावा के लोग इस बात का ध्यान रखते हैं कि खाने के बाद पानी न पिएं, क्योंकि इससे पेट में मौजूद एंजाइम्स का असर कम हो जाता है और खाना सही से पच नहीं पाता। आयुर्वेद भी इस सिद्धांत का समर्थन करता है और कहता है कि खाने के कम से कम 30 मिनट बाद ही पानी पीना चाहिए।
ओकिनावा के लोग अपनी सरल और संतुलित जीवनशैली के कारण लंबा जीवन जीते हैं। उनकी खाने की आदतें, शारीरिक सक्रियता और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण उन्हें उम्रदराज होने के बावजूद स्वस्थ और खुशहाल रखता है। दुनिया भर में लोग इन आदतों से प्रेरित हो सकते हैं और अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।