महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की सरगर्मी तेज़ हो रही है, और इस चुनावी माहौल में इंडिया टीवी ने अपने सबसे बड़े शो 'चुनाव मंच' का आयोजन किया। इस विशेष कार्यक्रम में बीजेपी के नेता और कंकावली विधानसभा सीट से विधायक नितेश राणे शामिल हुए। नितेश राणे, जो कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे हैं, ने इस शो में कई तीखे सवालों का जवाब दिया और बीजेपी की विचारधारा पर खुलकर चर्चा की।
कार्यक्रम में हिंदुत्व के मुद्दे पर बोलते हुए नितेश राणे ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी हिंदुत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा, "हम हिंदू राष्ट्र में रहते हैं, और हिंदुओं को डरने की कोई ज़रूरत नहीं है। मुस्लिमों के बीच हिंदू लोग सुरक्षित नहीं हैं, और इस मुद्दे पर हम कोई समझौता नहीं करेंगे।" राणे ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब मंदिर तोड़े जाते हैं, तो कांग्रेस के नेताओं को कोई परेशानी नहीं होती।
बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव में हिंदुत्व को मुख्य मुद्दा बनाकर जनता से वोट मांग रही है। उन्होंने अपने बयान में कहा, "हिंदुत्व हमारा प्रमुख मुद्दा है, और हम इस पर अडिग रहेंगे। जो लोग इस मुद्दे पर सवाल उठाते हैं, उनका अपना रंग है, लेकिन मेरा रंग लाल है।" उनका यह बयान दर्शाता है कि वे अपने विचारों को लेकर पूरी तरह दृढ़ हैं।
"मुस्लिमों के बीच हिंदू लोग सुरक्षित नहीं हैं"
— News24 (@news24tvchannel) October 24, 2024
◆ बीजेपी नेता नितेश राणे ने कहा #NiteshRane #BJP #HinduMuslim pic.twitter.com/9CvBJk2nSq
राणे ने कहा कि हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर उनकी लोकप्रियता का एक कारण यह है कि वे इस पर खुलकर बात करते हैं। उन्होंने रामगिरी महाराज के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि देश के अंदर 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाना सही नहीं है। उन्होंने कहा, "ऐसे नारे पाकिस्तान में लगाए जाने चाहिए। अगर भारत में ये नारे लगेंगे, तो एक्शन पर रिएक्शन होगा।"
नितेश राणे ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदू राष्ट्र में हिंदुओं को डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन मुस्लिमों के बीच हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने इस बात को बार-बार दोहराया कि उनकी पार्टी हिंदुत्व के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी और इस पर दृढ़ रहेगी।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की ओर बढ़ते हुए, नितेश राणे और बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे। चुनाव मंच पर उनके बयानों से साफ है कि बीजेपी इस चुनाव में हिंदुत्व को एक केंद्रीय मुद्दा बनाने जा रही है, जो कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इस सियासी गर्मी में आने वाले चुनावी परिणाम यह तय करेंगे कि जनता इस मुद्दे को किस तरह से देखती है और किस तरह से मतदान करती है।