अहमदाबाद के मानेक चौक में हाल ही में एक घटना घटी जिसने पूरे शहर को चौंका दिया। इस घटना में सोने के व्यापारी मेहुल और लक्ष्मी ज्वैलर्स के मैनेजर प्रशांत पटेल के बीच 2100 ग्राम सोने की डिलीवरी का सौदा हुआ, जिसमें 160 करोड़ रुपये का लेन-देन शामिल था। सौदा अहमदाबाद के सीजी रोड स्थित एक फिंगर फर्म के ऑफिस में हुआ, जहां 130 करोड़ रुपये नकद दिए गए।
शुरुआत में सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन जब व्यापारी ने रकम चेक की, तो उसे चौंकाने वाला सच सामने आया। 130 करोड़ रुपये के सारे नोट नकली थे। नोटों पर गांधीजी की तस्वीर की जगह अनुपम खेर की फोटो थी, और 'स्टेट बैंक ऑफ इंडिया' की जगह 'एंड स्टार्ट बैंक' लिखा हुआ था। नोट इतने कुशलता से लपेटे गए थे कि पहली नजर में धोखा देना आसान हो गया था।
500 रुपये के भारतीय नोट पर गाँधी जी की तस्वीर की जगह पर अभिनेता “अनुपम खेर” की तस्वीर लगा दी गयी है। ये करोड़ों में रुपया हैं SBI की सील लगी हुई है।
— Aniruddh Singh Vidrohi (@MandalArmyCheif) September 29, 2024
ये सब चल क्या रहा है? कौन सा नशा किया था? pic.twitter.com/QjsaS5PttW
पैसों की जांच के बाद व्यापारी को पता चला कि 500 रुपये की दर से दिए गए सारे नोट फर्जी थे। इस मामले में तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, और जांच शुरू हो गई। पुलिस ने छानबीन में पाया कि आरोपी ने सोने को हथियाने के लिए सीटी रोड पर 'उंगलियां फर्म' के नाम से एक फर्जी ऑफिस खोला था, जिसमें यह धोखाधड़ी की गई थी।
नवरंगपुरा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की है। अब तक की जांच में यह पता चला है कि आरोपी ने काफी सोच-समझकर यह पूरा जाल बिछाया था, ताकि व्यापारी को धोखा दिया जा सके।
पुलिस ने बताया कि जिस कुशलता से नोटों को बनाया गया और उसमें जो छोटे-छोटे बदलाव किए गए, वह बेहद चौंकाने वाले हैं। नकली नोटों पर "स्टेट बैंक ऑफ भारत" का रैपर लगाया गया था, जिससे यह असली नोटों का भ्रम पैदा कर सके। फिलहाल पुलिस इस धोखाधड़ी में शामिल सभी आरोपियों की तलाश कर रही है और यह भी जांच कर रही है कि नकली नोटों का स्रोत क्या है।
अब देखना यह है कि पुलिस कब तक इन धोखेबाजों तक पहुंचती है और सोने की इस भारी धोखाधड़ी का पर्दाफाश करती है।