आज का समय एक अजीब और चिंता जनक दौर से गुजर रहा है। कुछ लोग धर्म की अफीम चाटकर अपने देशवासियों को ही दुश्मन समझने लगे हैं। उनके मन में इस हद तक ज़हर भर गया है कि वे हर मुस्लिम को "बांग्लादेशी" समझकर पीटने लगते हैं। यह सवाल बार-बार उठता है—क्या मुसलमानों का इस देश पर कोई हक़ नहीं है?
मुस्लिम समुदाय ने इस देश की आजादी के लिए उतनी ही कुर्बानियाँ दी हैं जितनी किसी और ने दी होंगी। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, मौलाना मोहम्मद अली जौहर, मौलवी अहमदुल्लाह शाह फ़ैज़ाबादी, मोहम्मद मौलवी बकर और अब्दुल हमीद जैसे अनगिनत मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। ये वो लोग थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई और अपनी आखिरी सांस तक इस देश की मिट्टी के लिए लड़ते रहे।
यह वीडियो सभी को देखना चाहिए :
— Raj Kumar Kabir (@rajkumarkabir1) September 29, 2024
किस प्रकार धर्म कि अफीम देश के युवाओं को चटाकर उन्हें मानसिक गुलाम बनाया गया है।
धार्मिक कट्टरवाद का जहर इस कदर लोगों में बस चुका है कि उन्हें सब्जी बेचने वाले गरीब मुस्लिम युवाओं में भी बांग्लादेशी नजर आ रहा है.....!! pic.twitter.com/E8OtS188JP
आज की स्थिति देखकर उन स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा भी रो रही होगी। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक गरीब मुस्लिम सब्जी वाले को सरेआम मारा जा रहा है और उसे "बांग्लादेशी" कहा जा रहा है। जब इस मामले में कार्रवाई हुई, तो दोषी ने माफी मांग ली, लेकिन सवाल ये है कि क्या माफी इस तरह की नफरत और अत्याचार को खत्म कर सकती है?
ये एक चिंता जनक स्थिति है। मुसलमानों को कभी गाय के नाम पर मारा जा रहा है, तो कभी उनके अस्तित्व पर सवाल खड़ा किया जा रहा है। हमारे देश के लोगों को आखिर हुआ क्या है? ये वही देश है जहाँ सदियों से हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब भाई-भाई के नारे के साथ रहते आए हैं।
सरकार और समाज, दोनों को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की ज़रूरत है। भारत जितना हिंदुओं का है, उतना ही मुसलमानों का भी है। एकता और भाईचारा ही इस देश की पहचान है, और इसे बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। हमें उन विचारधाराओं को खत्म करना होगा जो नफरत को बढ़ावा देती हैं और इस मुल्क की गंगा-जमुनी तहजीब को नुकसान पहुंचाती हैं।
समाज को जागरूक करना, नफरत के खिलाफ आवाज उठाना और इंसानियत को प्राथमिकता देना ही इस समस्या का हल है। आइए, हम सब मिलकर इस देश को फिर से एकता और भाईचारे की मजबूत डोर से बांधें।
- टीम रंगीन दुनिया