महाराष्ट्र और हरियाणा, 31 अगस्त 2024: भाजपा शासित राज्यों में मॉब लिंचिंग की दो नई घटनाओं ने एक बार फिर देश भर में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। बीते 24 घंटे के भीतर दोनों राज्यों में यह घटनाएं सामने आई हैं, जो कि मानवाधिकारों और कानून व्यवस्था की गहन चुनौती पेश करती हैं।
महाराष्ट्र के एक ट्रेन सफर के दौरान हाजी अशरफ पर गौमांस ले जाने का आरोप लगाकर एक भीड़ ने हमला किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशरफ को जानवरों की तरह पीटा गया, लेकिन उनकी जान बच गई। इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि ऐसी घटनाओं के लिए जवाबदेही तय करने की आवश्यकता है।
भाजपा शासित महाराष्ट्र और हरियाणा में बीते 24 घंटे में मॉब लिंचिंग की दो वारदात हुई हैं।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) August 31, 2024
महाराष्ट्र में ट्रेन में सफर कर रहे हाजी अशरफ पर गौमांस ले जाने का आरोप लगाकर जानवरों की तरह पीटा गया, शुक्र है उनकी जान बच गई।
हरियाणा के चरखी दादरी में बंगाल के मजदूर साबिर मलिक को…
हरियाणा के चरखी दादरी में भी एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। बंगाल के मजदूर साबिर मलिक को संदेह के आधार पर कथित गौरक्षकों ने पीट-पीट कर मार डाला। यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे संदेह की आड़ में निर्दोष लोगों की जान ली जा रही है।
इन दोनों घटनाओं ने नागरिक समाज को गहरा झकझोर दिया है। कई नेताओं और मानवाधिकार संगठनों ने इन घटनाओं की निंदा की है और मांग की है कि सरकारें इस पर कड़ा कदम उठाएं। एक नेता ने कहा, "मॉब लिंचिंग की ये घटनाएं असहनीय और अस्वीकार्य हैं। अगर सरकारें सख्त नहीं होतीं, तो यह सिलसिला जारी रहेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "मॉब लिंचिंग करने वालों को मृत्यू दंड दिया जाना चाहिए। मृतकों के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए और यह मुआवजा मॉब लिंचिंग करने वालों से वसूला जाए। इससे पता चलेगा कि हमारे लोगों की जान और लहू इतना सस्ता नहीं है कि उसे यूं ही बहा दिया जाए। अगर सरकारें इन घटनाओं पर रोक नहीं लगातीं, तो मैं पूरे देश में आंदोलन करूंगा।"
संबंधित राज्य सरकारों और केंद्र सरकार से इस स्थिति पर कड़ी नजर रखने और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति को रोका जा सके और नागरिकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।