जलगांव, महाराष्ट्र - महाराष्ट्र के जलगांव जिले के रहने वाले 60 वर्षीय अशरफ अली सैयद हुसैन, जिन्हें ट्रेन में बीफ ले जाने के शक में भीड़ द्वारा पीटा गया था, ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि वह सुरक्षित और जिंदा हैं।
घटना उस समय घटी जब अशरफ अली अपनी बेटी के घर जा रहे थे। भीड़ ने उन्हें बीफ ले जाने के शक में घेर लिया और हमला कर दिया। हालांकि, इस हिंसक घटना के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी कर बताया कि वह सुरक्षित हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
ट्रेन में बीफ ले जाने के शक में मॉब लिचिंग का शिकार हुए बुजुर्ग अशरफ अली सैयद हुसैन बोले - मैं जिंदा हूं...
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 31, 2024
अशरफ अली महाराष्ट्र में जलगांव के रहने वाले हैं। ट्रेन से अपनी बेटी के घर जा रहे थे। इस दौरान भीड़ ने उनको पीटा। pic.twitter.com/xpoY9AvRtq
अशरफ अली ने अपने वीडियो संदेश में कहा, "अस्सलाम वालेकुम, मेरा नाम अशरफ अली सैयद हुसैन है, मैं जलगांव का रहने वाला हूं। आज अल्हम्दुलिल्लाह, मैं हयात हूं। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया, जिन्होंने मेरी फिक्र की। मैं आपसे निवेदन करता हूं कि कोई भी गलत कदम न उठाएं। मैं सुरक्षित हूं।"
इस घटना ने स्थानीय समुदाय और सामाजिक संगठनों में भारी रोष उत्पन्न किया है। कई संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
अशरफ अली का यह संदेश ऐसे समय में आया है जब देशभर में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर चिंता बढ़ रही है। उन्होंने अपने संदेश में शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है, ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा से बचा जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर से मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और समाज में शांति एवं भाईचारे की आवश्यकता पर जोर दिया है।