संभल, उत्तर प्रदेश – बहजोई के सीकरी प्राथमिक विद्यालय में एक सरकारी शिक्षक द्वारा पत्रकार के साथ अभद्रता और मारपीट का मामला सामने आया है। पत्रकार स्कूल में ग्रामीणों की शिकायत पर कवरेज के लिए गए थे, लेकिन शिक्षक ने उन्हें स्कूल में बंद कर पिटाई कर दी।
सूत्रों के अनुसार, पिछले दिनों ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि शिक्षक विद्यालय समय पर नहीं आते और उनकी अनुपस्थिति के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस शिकायत की जांच के लिए स्थानीय पत्रकार स्कूल पहुंचे थे, ताकि इस समस्या पर प्रकाश डाला जा सके। पत्रकार का नाम रजत शर्मा है, जो स्थानीय समाचार पत्र के लिए काम करते हैं।
संभल
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) August 9, 2024
➡कवरेज करने गए पत्रकार के साथ शिक्षक ने की अभद्रता
➡सरकारी विद्यालय में कवरेज करने गया था पत्रकार
➡ग्रामीणों की शिकायत पर कवरेज करने गया था पत्रकार
➡शिक्षक विद्यालय समय पर नहीं आते- ग्रामीण
➡बहजोई के सीकरी के प्राथमिक विद्यालय का मामला.#Sambhal pic.twitter.com/mDdZDfp1To
शिक्षक के अनुसार, पत्रकार बिना पूर्व अनुमति के स्कूल परिसर में घुस गए थे। शिक्षक ने आरोप लगाया कि पत्रकार ने उनकी अनुमति के बिना स्कूल में प्रवेश किया और उनकी गतिविधियों की रिपोर्टिंग की, जो नियमों के खिलाफ है। शिक्षक ने पत्रकार को स्कूल में बंद कर दिया और उनके साथ मारपीट की। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पत्रकार को सुरक्षित बाहर निकाला और शिक्षक को हिरासत में ले लिया।
ग्रामीणों ने भी इस घटना की निंदा की और शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक की इस तरह की गतिविधियाँ न केवल पत्रकारिता के स्वतंत्रता के खिलाफ हैं, बल्कि समाज के विकास में भी रुकावट डालती हैं।
वहीं, पत्रकार रजत शर्मा ने कहा कि उन्हें इस घटना से गहरा दुख हुआ है और उन्होंने शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, "हम केवल समाज की समस्याओं को उजागर करने का काम कर रहे हैं। हमें इस तरह की घटनाओं से डरने की बजाय और अधिक साहसिकता से काम करना चाहिए।"
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और पत्रकारिता की स्वतंत्रता की रक्षा की जाएगी।
इस मामले ने सरकारी स्कूलों में शिक्षक की भूमिका और पत्रकारों के अधिकारों पर एक नया सवाल खड़ा कर दिया है, जो आने वाले दिनों में और चर्चा का विषय बनेगा।