तारीख को स्थान में भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा का महापर्व मनाया जाएगा। इस दिन शुभ योग का संयोग होने से इस पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है।
मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
पूजा का विधान:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
पूजा स्थल को साफ-सुथरा कर लें और भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रमा की प्रतिमाएं स्थापित करें।
इन देवताओं को फल, फूल, मिठाई और जल अर्पित करें।
धूप-दीप जलाकर इनकी आरती उतारें।
भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें।
पूजा के बाद दान-पुण्य करें।
विशेष योग:
शुभ योग का नाम और समय
इस दिन इन बातों का ध्यान रखें:
मांस-मदिरा का सेवन न करें।
ब्रह्मचर्य का पालन करें।
नेगेटिव विचारों से दूर रहें।
सकारात्मक सोच रखें।
यह माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से भक्तों को आरोग्य, धन, समृद्धि, और सुख-शांति प्राप्त होती है।
अतः, आप सभी से अनुरोध है कि आप इस महापर्व में अवश्य शामिल हों और भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रमा का आशीर्वाद प्राप्त करें।