लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। बीजेपी के MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी विधायकों से अपने पैर छुलवाते हैं। इस बयान ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है।
MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने एक प्रेस वार्ता में यह खुलासा किया। उन्होंने कहा, "पंचम तल यानी मुख्यमंत्री कार्यालय में विधायकों को अधिकारी इतना विवश कर देते हैं कि वे उनके (अफसरों) के पैर छुए। मुख्यमंत्री के ऑफिस के अधिकारी विधायकों से अपने पैर छुलवाते हैं। विधायक उनके सामने पैर पड़ने को मजबूर हैं।" इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा का माहौल गर्म हो गया है।
भाजपा के विधायक की व्यथा सुनिये
— Surendra Rajput (@ssrajputINC) July 16, 2024
"...पंचम तल यानी मुख्यमंत्री कार्यालय में विधायकों को अधिकारी इतना विवश कर देते हैं वो उनके (अफसरों) के पैर छुए।
मुख्यमंत्री के ऑफिस के अधिकारी विधायकों से अपने पैर छुलवाते हैं। विधायक उनके सामने पैर पड़ने को मजबूर हैं"
ये सनसनीखेज खुलासा किया… pic.twitter.com/RI1UGTAIrB
देवेंद्र प्रताप सिंह ने अधिकारियों के व्यवहार को 'अत्याचार' और 'बदसलूकी' करार दिया और मुख्यमंत्री से इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ विधायकों की गरिमा का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ भी है।
बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई नेताओं ने इस तरह की घटनाओं की निंदा की और जांच की मांग की। वहीं, विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। विपक्ष के नेताओं का कहना है कि यह घटना सरकार की नाकामी और भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही उच्च स्तरीय जांच करवाई जा सकती है।
इस खुलासे ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। जनता और राजनीतिक विश्लेषक अब इस पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।